हैदराबाद के कॉलेज में खौफनाक वारदात, लेक्चरर पर उसके पति ने किया चाकू से वार

हैदराबाद से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे सुनकर आप दंग रह जाएंगे. यहां के एक कॉलेज परिसर में लेक्चरर पर उसके पति ने चाकू से हमला कर दिया. जब वह जोर से चिल्लाने लगी तब छात्रों ने आकर लेक्चरर की जान बचाई. उस समय लेक्चरर के हाथों में चाकू था. इसके बाद स्टूडेंट्स ने लेक्चरर के पति को पुलिस के हवाले कर दिया. यह खौफनाक घटना हैदराबाद के अनंतपुर आर्ट्स कॉलेज में हुई. पुलिस ने इसकी जानकारी दी.

पुलिस ने कहा कि कॉमर्स की लेक्चरर सुमंगली पर उसके पति पारेस ने कॉलेज में उसके डिपार्टमेंट के बाहर हमला किया. हमला होने पर जब उसने चिल्लाना शुरू किया तब स्टूडेंट्स ने उसकी जान बचाई और उसे पकड़ लिया. पुलिस ने दंपति के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि लेक्चरर और उसका पति पिछले एक साल से अलग रह रहे हैं. पुलिस ने कहा कि उसने अपने पति के खिलाफ घरेलू हिंसा का मामला दर्ज कराया था और तलाक मांगा था.

हथियारों के जाली लाइसेंस का भंडाफोड़
वहीं, हैदराबाद पुलिस ने हथियारों के जाली लाइसेंस जारी करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ करने का दावा किया है. पुलिस के अनुसार सात सदस्य गिरोह का सरगना जम्मू कश्मीर का रहने वाला है. हैदराबाद के नगर पुलिस आयुक्त सी. वी आनंद ने एक विज्ञप्ति में बताया कि गिरोह लाइसेंस जारी करने वाले अधिकारियों की फर्जी सील का इस्तेमाल करता था और उन्होंने हथियारों के लाइसेंस के लिए जाली दस्तख्त तैयार किए थे और इनके आधार पर असली हथियार भी खरीद लिए थे.

35 हथियार, 140 कारतूस, 34 जाली लाइसेंस बरामद
पुलिस के मुताबिक, गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए पश्चिम ज़ोन के कार्यबल ने गिरोह को पकड़ा और उनके खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाज़ी, फर्जी सील बनाने, आपराधिक साज़िश और अवैध रूप से हथियार रखने के आरोप में मामला दर्ज किया. पुलिस ने उनके पास से करीब 35 हथियार, 140 कारतूस, 34 जाली लाइसेंस के साथ ही अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं.

पुलिस के मुताबिक, गिरोह के सरगना की पहचान अल्ताफ हुसैन के तौर पर हुई है जो रोज़गार की तलाश में 2013 में हैदराबाद आया था और एक निजी सुरक्षा कंपनी में काम करने लगा था. पुलिस ने बताया कि बाद में उसे नकदी लाने-जाने वाली एक कंपनी में गनमैन के तौर पर नियुक्त किया गया था.

पुलिस के अनुसार, इससे पहले उसने जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले से जाली लाइसेंस के आधार पर एक राइफल खरीदी थी जो उसने स्थानीय मजिस्ट्रेट कार्यालय में रिश्वत देकर हासिल की थी. पुलिस ने बताया कि हुसैन लाइसेंस प्रक्रिया से वाकिफ था और उसने सिकंदराबाद में मुहर बनाने वाले से सांठगांठ की और जाली लाइसेंस जारी करना शुरू कर दिया

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