दिल्ली से सटे गाजियाबाद में क्राइम ब्रांच ने नकली नोट दिखाकर ठगी करने वाले गैंग का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है जिनसे पूछताछ के बाद कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी एक असली नोट के बदले तीन नकली नोट देने का वादा करते थे. जब शिकार इनके जाल में फंस जाता था तो उसे फर्जी डॉक्यूमेंट देकर मोटी रकम वसूल लेते थे.
पुलिस से मिला जानकारी के अनुसार इस गैंग में वसीम उर्फ राजा, अनिल यादव, जगजीवन उर्फ जग्गा, सब्रआलम उर्फ समीर, मोहम्मद अंसार और जितेंद्र के नाम सामने आए हैं. नकली नोटों की जानकारी देते हुए उनसे असली नोट ठग लेते थे. यह नकली करेंसी उनका साथी अनिल यादव कहीं बाहर से लेकर आता था. गैंग के सभी सदस्यों ने अपने-अपने फर्जी आधार कार्ड भी बनवा रखे थे. जब नोटों की अदला-बदली होती थो तो नकली पुलिस बनकर रेड डालते थे और असली नोट लेकर फरार हो जाते थे.
हरियाणा के शख्स से ठगी करते पकड़े गए
इनकी गैंग हरियाणा के एक शख्स को नोएडा में ठगने का जाल बिछा चुके हैं. आरोपियों ने पुलिस की पूछताछ में बताया है कि उन्होंने हरियाणा के एक शख्स को ठगने की योजना बनाई थी. वह मोटी रकम लेकर नोएडा के सेक्टर 113 में पहुंचे थे. यहां पर उनका साथी अनिल यादव और जगजीवन उर्फ जग्गू शिकार के बताए गए पते पर पहुंचे तो वहां पर असली पुलिस आ गई और इसी दौरान उनके एक साथी अनिल यादव को पुलिस ने पकड़ लिया. इसके बाद क्राइम ब्रांच ने गैंग के अन्य तीन लोगों को गिरफ्तार किया.
ऐसे बनाते थे असली को नकली
ठगी करने वाले असली जब क्लाइंट को नोट चेक कराने जाते थे तो पहली मुलाकात में वह असली नोटों को ही कैस्टोफैन टेबलेट के पानी में भिगाकर ले जाते थे. उसके बाद क्लाइंट के सामने बनाए हुए नोट और असली नोट पर पानी डालते थे. जिससे टैबलेट के पानी में भीगा हुआ नोट गुलाबी रंग छोड़ने लगता था. इसी को असली-नकली की पहचान बताकर वह बाजार में उसे चलाने के लिए कहते थे. क्लाइंट उस भीगे हुए असली नोट को बाजार में चलाकर समझता था कि नकली नोट कोई नहीं पहचान पाया.