Russia-Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच चल रही जंग का आज सातवां दिन है. युद्ध में हो रही तबाही की तस्वीरें देख पूरी दुनिया के लोग डरे हुए हैं. इस बीच यूक्रेन में भारत के लगभग हर राज्य के छात्र फंसे हुए हैं. इन छात्रों के परिजन भी भारत में परेशान हैं. परिजन अपने अपने क्षेत्र के सांसदों को फोन कर उनके बच्चों को वापस लाने की गुहार कर रहे हैं. कई परिवार वाले तो सोशल मीडिया पर पीएम मोदी से अपने बच्चों की मदद की मांग कर रहे हैं.
वहीं यूक्रेन से भारतीयों के रेस्क्यू को लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जानकारी दी है. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, ‘ पिछले 24 घंटों में अब छह उड़ानें भारत के लिए रवाना हुई हैं. जिसमें पोलैंड से पहली उड़ानें शामिल हैं. यूक्रेन से 1377 और भारतीय नागरिकों को वापस लाया.
भारतीयों को स्वदेश लाने की कोशिशें तेज
बता दें कि मोदी सरकार ने ऑपरेशन गंगा के तहत यूक्रेन में फंसे भारतीयों को स्वदेश लाने की कोशिशें तेज कर दी हैं. फ्लाइट्स के अलावा भी भारतीय दूतावास ने पोलैंड की राजधानी वारसॉ में यूक्रेन की ओर शेहिनी बॉर्डर पॉइंट (Shehyni border point) पर बसों की व्यवस्था कर दी है, जिससे लोगों को कम से कम यूक्रेन छोड़ने में मदद मिले और पोलैंड से उन्हें देश वापसी की सुविधा प्रदान की जा सके.
इस बीच यूक्रेन की सरकार ने भी भारत के लोगों के लिए अलग एडवाइजरी जारी की गई है. जारी गाइडलाइन में उन्हें जितनी जल्दी हो सके यूक्रेन छोड़ देने को कहा गया है. ऑपरेशन गंगा में तेजी लाने के लिए पीएम ने बीते मंगलवार को रेस्क्यू ऑपरेशन में वायु सेना को शामिल होने का भी आदेश दिया है.
पिछले 24 घंटे में यूक्रेन से 1377 और भारतीय नागरिकों की वापसी
ऑपरेशन गंगा के तहत पिछले 24 घंटे में हैं. यूक्रेन से 1377 और भारतीय नागरिकों को वापस लाया गया. इन भारतीयों को हंगरी, पोलैंड, स्लोवाकिया सहित 5 देशों के रास्ते से भारत सरकार अपने नागरिकों को स्वदेश लाने का काम कर रही है. भारत से अब तक 6 प्लाइटें वहां फंसे नागरिकों लेकर वापसी कर चुकी है.