टेरर फंडिंग के खिलाफ भारत का कड़ा प्रहार, PM मोदी आज करेंगे ‘नो मनी फॉर टेरर’ का उद्घाटन

भारत आतंकवाद के खिलाफ एक और कड़े प्रहार के तहत आज शुक्रवार से दो दिवसीय ‘नो मनी फॉर टेरर’ कॉन्फ्रेंस का आयोजन करने जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज राजधानी दिल्ली में आतंकवाद-रोधी वित्तपोषण पर आयोजित ‘नो मनी फॉर टेरर’ (आतंक के लिए कोई धन नहीं) मंत्रिस्तरीय सम्मेलन में उद्घाटन भाषण देंगे. इस बैठक में 72 देशों के प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं. इसमें पाकिस्तान शामिल नहीं होगा जबकि चीन को निमंत्रित किया गया है.

प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने कल गुरुवार को बयान जारी कर बताया कि 18-19 नवंबर को आयोजित यह दो दिवसीय कॉन्फ्रेंस भाग लेने वाले देशों और संगठनों को आतंकवाद-रोधी वित्तपोषण पर मौजूदा अंतरराष्ट्रीय शासन की प्रभाव क्षमता के साथ-साथ उभरती चुनौतियों के समाधान और आवश्यक कदमों पर विचार-विमर्श करने के लिए एक अनूठा मंच प्रदान करेगा.

वैश्विक संस्था FATF भी होगा शामिल
यह तीसरा मंत्री स्तरीय कॉन्फ्रेंस है. इससे पहले यह कॉन्फ्रेंस अप्रैल 2018 में पेरिस में और नवंबर 2019 में मेलबर्न में आयोजित किया गया था.

इस सम्मेलन में खास बात यह है कि आतंकवाद विरोधी अभियान में शामिल कई वैश्विक संस्थाएं भी इसमें शामिल हो रही हैं. आतंकवाद विरोधी संस्था एफएटीएफ और अन्य एजेंसियां भी कॉन्फ्रेंस को संबोधित करेंगी. सारे अहम देश इस कॉन्फ्रेंस में हिस्सा ले रहे हैं.

कॉन्फ्रेंस के चार सत्रों में होगा विचार-विमर्श
पीएमओ ने कहा कि राजधानी दिल्ली में आयोजित सम्मेलन में पूर्व के सम्मेलनों के अनुभव और सीख को आगे बढ़ाया जाएगा और आतंकवादियों को वित्त से वंचित करने तथा वैश्विक सहयोग बढ़ाने की दिशा में विचार-विमर्श करेगा. सम्मेलन में दुनिया भर के करीब 450 प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे. इनमें मंत्री, बहुपक्षीय संगठनों के प्रमुख और वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख शामिल हैं.

कॉन्फ्रेंस के दौरान चार सत्रों में विचार-विमर्श किया जाएगा, जो ‘आतंकवाद और आतंकवादी वित्तपोषण में वैश्विक रुझान, आतंकवाद के लिए धन के औपचारिक और अनौपचारिक चैनलों का उपयोग, उभरती प्रौद्योगिकियां और आतंकवादी वित्तपोषण और आतंकवादी वित्तपोषण का मुकाबला करने में चुनौतियों के समाधान के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग पर केंद्रित होंगे.

पाकिस्तान-अफगानिस्तान शामिल नहीं होंगे
‘नो मनी फॉर टेरर’ फाइनेंसिंग बैठक के आखिरी दिन यानी 19 नवंबर को गृह मंत्री अमित शाह एक अहम सेशन की अध्यक्षता करेंगे और फिर अंतिम सत्र में समापन के बाद उनका संबोधन भी होगा.

बड़ी बात यह है कि कि आतंकवाद विरोधी अति अहम विषय से जुड़े कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तान और अफगानिस्तान शामिल नहीं होंगे. बताया जा रहा है कि पाकिस्तान को इस कॉन्फ्रेंस के लिए निमंत्रित नहीं किया गया है. हालांकि विदेश मंत्रालय के सचिव पश्चिम संजय वर्मा ने आधिकारिक तौर पर इस पर कोई जवाब नहीं दिया लेकिन जब उनसे पूछा गया कि पाकिस्तान को न्योता दिया गया है या नहीं तो उन्होंने कहा कि चीन को न्योता दिया गया है.

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