मध्यप्रदेश के निवाड़ी जिले के लुहरगुवां गांव के रहने वाले अरुण मिश्रा की कोरोना रिपोर्ट 27 अप्रैल को पॉजिटिव आई थी। इसके बावजूद वह होम आइसोलेशन में नहीं गया। उलटे 29 अप्रैल को गांव में हुए एक विवाह कार्यक्रम में भी वह शामिल हुआ। इस दौरान उसने लोगों को भोजन परोसा और अगले दिन बरात में उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले के भुचेरा गांव भी गया। यहां वह कई लोगों के संपर्क में आया, दूल्हा-दूल्हन के साथ तस्वीरें भी खिंचवाईं। इसके बाद गांव में कई लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी।
गांव को रेड जोन घोषित किया, पुलिस भी तैनात
जानकारी के अनुसार, तबीयत बिगड़ने पर करीब 60 लोगों ने कोरोना जांच कराई जिनमें से लगभग 40 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इस बात की जानकारी मिलते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया। जिला कलेक्टर आशीष भार्गव ने गांव को सील करते हुए रेड जोन घोषित कर दिया है। इसके साथ ही गांव के सभी रास्तों को भी बंद कर दिया गया है। लोग घरों से न निकलें यह सुनिश्चित करने के लिए पुलिस को भी तैनात किया गया है। घटना के बाद आस-पास के गांवों में भय का माहौल बना हुआ है।
पॉजिटिव रिपोर्ट आई लेकिन नहीं लिया फीडबैक
गंभीर हालात के बीच ऐसा मामला सामने आने के बाद प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं। इसमें युवक की गलती तो रही ही प्रशासन की गलती भी सामने आई है। जानकारी के अनुसार जिस युवक की वजह से लोगों में संक्रमण फैला उसने 24 अप्रैल को सैंपल दिया था। 27 को उसकी रिपोर्ट आई थी। इसके बाद भी युवक के बारे में प्रशासन की और से कोई जानकारी नहीं ली गई न ही उसे कोई दवाई दी गई। मामले में निवाड़ी जिला कलेक्टर ने जांच का आदेश जारी किया है