प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने G20 नेताओं की वर्चुअल समिट की अध्यक्षता करते हुए आतंकवाद पर चिंता जताई. पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवाद हम सभी को अस्वीकार्य है. नागरिकों की मौत कहीं भी हो वो निंदनीय है. इजराइल-हमास युद्ध पर बोलते हुए पीएम ने कहा कि आज बंधकों के रिलीज के समाचार का हम स्वागत करते हैं. उम्मीद करते हैं कि सभी बंधक जल्द ही रिहा हो जाएंगे.
पीएम मोदी ने कहा कि मानवीय सहायता का निरंतर और समय से पहुंचना आवश्यक है. ये सुनिश्चित करना भी जरूरी है कि इजराइल और हमास की लड़ाई किसी भी तरह का क्षेत्रीय रूप धारण न करे. आज संकटों के जो बादल हम देख रहे हैं, वन फैमिली में वो ताकत है कि हम शांति के लिए काम कर सकते हैं, मानवीय कल्याण के लिए हम आतंक और हिंसा के विरुद्ध अपनी आवाज बुलंद कर सकते हैं. इसके लिए भारत कदम से कदम मिलाकर चलने के लिए तत्पर है.
हमने मिलकर G20 को ऊंचाइयों पर पहुंचाया
पीएम मोदी ने समिट में कहा कि एक साल में G20 लीडर्स ने मिलकर इसे नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है, अविश्वास और चुनौतियों से भरी इस दुनिया में ये आपसी विश्वास ही है जो हमें बांधता है और एक-दूसरे से जोड़ता है. इस एक साल में हमने वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर में विश्वास जताया है और विवादों से हटकर एकता ओर सहयोग का परिचय दिया है. वो पल मैं कभी नहीं भूल सकता जब दिल्ली में हम सभी ने सर्वसम्मति से G20 में अफ्रीकन यूनियन का स्वागत किया. भारत के लिए ये गर्व की बात है. पूरी दुनिया ने एक साल में ग्लोबल साउथ की गूंज सुनी है. पिछले दिनों ग्लोबल साउथ समिट में 130 देशेां ने नई दिल्ली में लिए गए G20 के फैसलों की सराहना की है.
पश्चिम एशिया में अस्थिरता और असुरक्षा के हालात चिंता का विषय
भारत के करोड़ों नागरिक G20 से जुड़े, हमने इसे पर्व की तरह मनाया. जब मैंने इस वर्चुअल समिट का प्रस्ताव रखा था तब पुर्वानुमान नहीं था कि आज की वैश्विक स्थिति कैसी होगी. पिछले महीनों में नई चुनौतियां उत्पन्न हुईं हैं. खासतोर से पश्चिम एशिया क्षेत्र में असुरक्षा और अस्थिरता की स्थिति हम सभी के लिए चिंता का विषय है. आज हमारा एक साथ आना इस बात का प्रतीक है हम सभी मुद्दों के प्रति संवेदनशील हैं और इनके समाधान के लिए एक साथ खड़े हैं.
DPI को प्रभावी बनाने का आह्वान
नई दिल्ली समिट में डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रकर रिपॉजिटरी तैयार करने पर निर्णय लिया था. एक रिपॉजिटरी तैयार हो गया है 16 देशों के 50 से ज्यादा डीपीआई जुड़ गए हैं. ग्लोबल साउथ के देशों में डीपीआई प्रभावी करने के लिए मैं सोशल इंपेक्ट फंड शुरू करने का प्रस्ताव रखता हूं. भारत की ओर से इसमें 25 मिलियन डॉलर की प्रारंभिक राशि जोड़ने का ऐलान करता हूं, पीएम मोदी ने उम्मीद जताई की अन्य देश भी इससे जुड़ेंगे.
पीएम मोदी ने AI को लेकर जताई चिंता
पीएम मोदी ने कहा कि – पूरी दुनिया में AI को लेकर चिंता बढ़ रही है. भारत की स्पष्ट सोच है कि इसके रेगुलेशन के लिए हम सभी को प्रयास करना चाहिए. डीपफेक समाज के लिए कितना खतरनाक है इसकी गंभीरता को समझते हुए हमें आगे बढ़ना होगा. हम चाहते हैं कि AI लोगों तक पहुंचे, लेकिन समाज के लिए सुरक्षित हो. इसीलिए भारत में अगले महीने ग्लोबन AI पार्टनरशिप समिट आयोजित हो रही है. पीएम मोदी ने भारत में ग्रीन क्रेडिट शुरू किए जाने का ऐलान किया. पीएम मोदी ने बताया कि इसकी शुरुआत हो गई है और वैकल्पिक ईंधन के विकास को बढ़ावा दिया जा रहा है.