श्रद्धालुओं को अब जल्द ही पुरी के विश्व प्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर का दर्शन होने लगेगा. 16 अगस्त से मंदिर को धीर-धीरे श्रद्धालुओं के लिए खोला जा रहा है. मंदिर प्रशासन ने कहा है कि मंदिर में भगवान के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को भौतिक दूरी के साथ कोविड गाइडलाइन का पालन करना होगा. श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (SJTA) का कहना है कि 23 अगस्त से मंदिर को सभी श्रद्धालुओं के लिए पूरी तरह खोल दिया जाएगा हालांकि 12 अगस्त से 13 अगस्त के बीच मंदिर के सेवक के परिवारों को भगवान के दर्शन की अनुमति होगी. दर्शन का समय सभी दिन सुबह सात बजे से शाम सात बजे तक होगा. वहीं पुरी नगर पालिका क्षेत्र के निवासियों को 16 से 20 अगस्त तक भगवान के दर्शन के लिए प्रवेश की अनुमति दी जाएगी.
वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट और RTPCR निगेटिव जरूरी
मंदिर में दर्शन के लिए रिपोर्ट की जरूरत पड़ेगी. इन दोनों की गैरमौजूदगी में मंदिर के अंदर प्रवेश नहीं मिलेगा. जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) ने बुधवार को विभिन्न श्रेणियों लोगों के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की. एसजेटीए ने सेवादारों के परिवारों, पुरी के स्थानीय निवासियों और राज्य के अंदर और बाहरी सभी श्रद्धालुओं के लिए एसओपी जारी किया है. एसजेटीए को संबंधित पक्षों के साथ परामर्श करके और कोविड सुरक्षा नियमों का अनुपालन करते हुए मंदिर को दर्शन के लिए खोलने पर फैसला करने का निर्देश दिया गया था.
सप्ताहांत को बंद रहेगा मंदिर
एसजेटीए के मुख्य प्रशासक कृष्ण कुमार ने कहा कि दर्शन का समय सभी दिन सुबह सात बजे से शाम सात बजे तक होगा. हालांकि, कोरोना वायरस को लेकर संक्रमणरोधन और मंदिर परिसर की सफाई के लिये सभी शनिवार और रविवार को मंदिर सार्वजनिक दर्शन के लिए बंद रहेगा. कोरोना संक्रमण में किसी भी वृद्धि से बचने के लिए मंदिर प्रमुख उत्सव के अवसरों पर भी बंद रहेगा. मंदिर 30 अगस्त (जन्माष्टमी) और 10 सितंबर (श्री गणेश चतुर्थी) को बंद रहेगा. कुमार ने कहा, अक्टूबर में या आवश्यकतानुसार स्थिति की फिर से समीक्षा की जाएगी. अधिसूचना में कहा गया है कि दर्शन के दौरान श्रद्धालुओं को मंदिर के अंदर और बाहर पूरे समय मास्क लगाना, प्रवेश से पहले हाथों को सैनिटाइज करना और भौतिक दूरी जैसे दिशानिर्देशों को पालन करना होगा.