Kangana Ranaut Controversy: कांग्रेस ने ‘भारत को आजादी भीख में मिलने’ संबंधी अभिनेत्री कंगना रनौत के बयान को लेकर गुरुवार को उन पर निशाना साधा और कहा कि यह ‘देशद्रोह’ है और इसके लिए कंगना से पद्मश्री सम्मान वापस लिया जाना चाहिए. सोशल मीडिया पर वायरल हुई 24 सेकेंड की एक क्लिप में रनौत को कहते सुना जा सकता है, ‘1947 में आजादी नहीं, बल्कि भीख मिली थी और जो आजादी मिली है वह 2014 में मिली.’ वह एक समाचार चैनल के कार्यक्रम में बोल रही थीं, जिसमें उनकी बात पर कुछ श्रोताओं को ताली बजाते भी सुना जा सकता है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने ट्वीट किया, ‘‘कंगना रनौत का बयान महात्मा गांधी, पंडित नेहरू और सरदार पटेल जैसे स्वतंत्रता सेनानियों का ही नहीं, बल्कि सरदार भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद जैसे क्रांतिकारियों के बलिदान का भी अपमान है.’’
उन्होंने यह भी कहा, ‘‘प्रधानमंत्री को अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए और देश को बताना चाहिए कि क्या वह कंगना रनौत की राय का समर्थन करते हैं. अगर नहीं करते हैं तो सरकार को ऐसे लोगों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए.’’
आनंद शर्मा ने जोर देकर कहा, ‘‘माननीय राष्ट्रपति को कंगना से तत्काल पद्म सम्मान वापस लेना चाहिए. ऐसे सम्मान देने से पहले मनोरोग संबंधी आकलन होना चाहिए ताकि ऐसे लोगों को ये सम्मान नहीं मिले जो देश और उसके नायकों का अपमान करते हैं.’’
कंगना की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने कहा, ‘‘मैं मांग करता हूं कि कंगना रनौत को अपने बयान के लिए सभी देशवासियों से माफी मांगनी चाहिए क्योंकि इससे हमारे स्वतंत्रता आंदोलन और स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान हुआ है.’’
उन्होंने यह भी कहा, ‘‘भारत सरकार को ऐसी महिला से पद्मश्री सम्मान वापस लेना चाहिए जिसने महात्मा गांधी, सरदार पटेल, सुभाष चंद्र बोस, पंडित नेहरू, सरदार भगत सिंह का अपमान किया है. ऐसे लोगों को पद्मश्री देने का मतलब है कि सरकार इस तरह के लोगों को बढ़ावा दे रही है.’’
गौरव वल्लभ ने यह आरोप लगाया कि कंगना का बयान ‘देशद्रोह’ है. कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने भी कंगना पर निशाना साधा और कहा कि उनका बयान उन लाखों लोगों का अपमान है जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपना बलिदान दिया. उन्होंने जोर देकर कहा, ‘‘कंगना ने जो कहा है, उसका हर भारतीय नागरिक विरोध करेगा.’’