मुंबई के कुर्ला इलाके में सूटकेस में मिली महिला की लाश के मामले में मुंबई क्राइम ब्रांच ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. मुंबई क्राइम ब्रांच के मुताबिक, शनिवार को ही महिला की उसके लिव-इन पार्टनर ने गला दबाकर हत्या कर दी थी और उसके बाद सूटकेस में उसके शव को लेकर ओडिशा जाने की फिराक में था, लेकिन LTT (लोकमान्य तिलक टर्मिनस) में प्लेटफार्म पर भीड़ को देखकर युवक डर गया.
युवक ने दोबारा ऑटो लिया और फिर सायन की दिशा में आया. यहां कुर्ला-सायन के बीच एक कंस्ट्रक्शन साइट पर पतरे के बीच सूटकेस को फेंककर वापस धारावी इलाके में अपने घर लौट गया. बीते रविवार को युवक ने अपना सारा सामान समेटा और सोमवार को ठाणे निकल गया. वहीं से ओडिशा जाने वाली ट्रेन पकड़कर फरार होने की फिराक में था.
कैसे हुई महिला की शिनाख्त?
दरअसल, लाश मिलने के बाद पुलिस ने उसके फोटो को सोशल मीडिया पर डाला तो एक सूचना के आधार पर पता चला कि मृतक प्रतिमा धारावी इलाके में एक युवक के साथ रहती थी. महिला के गले में क्रॉस का निशान था. उसी निशान के आधार पर उसकी शिनाख्त हुई.
जब पुलिस उसके घर पहुंची तो पता चला की जो शख्स उसके साथ रहता था, वो भी गायब है. पुलिस ने CCTV खंगाले तो प्रतिमा के साथ रहने वाला शख्स ही सूटकेस लेकर जाते हुए नजर आया. ऐसे में आरोपी अस्कर मनोज बरला की तलाश शुरू की गई और उसे ठाणे स्टेशन से अरेस्ट कर लिया गया.
युवक ने महिला को क्यों मारा?
पुलिस ने आरोपी से पूछताछ की तो पता चला कि आरोपी और मृतक ओडिशा के रहने वाले हैं. उनकी कोविड के समय में जान-पहचान हुई थी. इसी दौरान दोनों में प्यार हो गया. कुछ समय बाद दोनों लिविंग रहने लगे. करीब दो साल मुंबई में लिविंग में रह रहे थे. हाल ही में दोनों धारावी में शिफ्ट हुए थे, लेकिन आरोपी को शक हो गया था कि प्रतिमा का दूसरे से अफेयर हो गया है. इसी बात को लेकर दोनों में अक्सर झगड़ा होता था.
घटना के दिन भी दोनों में झगड़ा हुआ तो आरोपी ने प्रतिमा की गला दबाकर हत्या कर दी, फिर सूटकेस में शव को भरकर लोकमान्य तिलक टर्मिनस गया और लाश ट्रेन से ले जाने और डंप करने की फिराक में था, लेकिन लोकमान्य तिलक टर्मिनस पर यात्रियों की भीड़ के चलते उसे डर लग गया कि किसी को उस पर शक हो सकता है. इसलिए वह शव को ऑटो में लेकर 15 से 20 किलोमीटर घूमता रहा और अंत में कुर्ला में एक कंस्ट्रक्शन साइट पर पतरे के बीच फेंक दिया.