बिहार में पुलिस ने दो चौकीदारों की हत्या के मामले में 19 साल से फरार चल रहे आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी ने 2001 में दो चौकीदारों की गोली मारकर हत्या कर दी थी और मामला छुपाने के लिए उनके शव रेलवे ट्रैक पर फेंक दिए. वहीं पुलिस से बचने के लिए आरोपी लिट्टी चोखा बेचने का काम करने लगा था.
चौकीदार के परिजन का कहना है कि मोहनिया में मदन सेठ और उसके सहयोगी हेरोइन का धंधा करते थे. जब भी पुलिस छापेमारी करने इसके घर जाती थी तो हेरोइन बरामद होती थी. कई बार तो यह फरार हो जाते थे. लेकिन ये लोग जानते थे कि चौकीदारों द्वारा सूचना देने पर पुलिस इनके पीछे पड़ी है. फिर मदन सेठ ने दोनों चौकीदार को पार्टी देने के बहाने बुलाया और गोली मार दी.
गोली मारकर की थी हत्या
मामले को छुपाने के लिए रेलवे ट्रैक पर उनके शव रख दिए और यह बात फैला दी कि ट्रेन से कटकर इनकी मौत हुई है. आरोपी कुदरा में पिछले कई दिनों से रहकर लिट्टी चोखा बेचने का काम कर रहा था. इसका पता चलने पर मोहनिया पुलिस ने कुदरा पुलिस के सहयोग से आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
19 साल बाद पुलिस की गिरफ्त में
कैमूर एसपी दिलनवाज अहमद ने बताया हेरोइन के धंधे में चौकीदारों द्वारा थाने को सूचना देने के कारण 2001 में दो चौकीदारों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में 2008 में कोर्ट द्वारा वारंट जारी किया गया था. अब आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है.