फरीदाबाद- पुलिस आयुक्त राकेश कुमार आर्य के दिशा निर्देश के तहत कार्य करते हुए महिला थाना एनआईटी प्रभारी इंस्पेक्टर माया व उनकी टीम ने गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल सारन में आज छात्र छात्राओं को जागरूक करने का सराहनीय कार्य किया है। इस अवसर पर बच्चे व स्टाफ मेंबर मौजूद रहे।
महिला थाना एनआईटी व दुर्गा शक्ति की टीम आज छात्रों को जागरूक करने के लिए गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल सारन में पहुंची जहां पर स्कूल के स्टाफ के साथ छात्र-छात्राओं को महिला विरुद्ध अपराध के बारे में जागरूक करते हुए पुलिस टीम ने बताया कि भारतीय समाज के पुरुष प्रधान होने की वजह से महिलाओं को बहुत अत्याचारों का सामना करना पड़ता है। आमतौर पर महिलाओं को जिन समस्याओं का सामना करना पड़ता है उनमें दहेज हत्या, यौन उत्पीड़न महिलाओं से लूटपाट, लड़कियों से राह चलते छेड़छाड़ इत्यादि शामिल है।
भारतीय दंड संहिता के अनुसार बलात्कार , अथवा बहला-फुसलाकर भगा ले , शारीरिक व मानसिक शोषण दहेज के लिए मार , पत्नी से , यौन उत्पीड़न आदि को गंभीर अपराध की श्रेणी में रखा गया है। उन्होंने बताया कि महिला विरुद्ध अपराध का अर्थ है कि किसी महिला को शारीरिक या मानसिक रूप से प्रताड़ित करना। मानसिक रूप से प्रताड़ित करने पर महिला को शारीरिक चोट तो नहीं पहुंचती परंतु इससे उनके दिलों दिमाग पर गहरा आघात जरूर पहुंचता है। बलात्कार, हत्या, अपहरण आदि को अपराधिक हिंसा की श्रेणी में गिना जाता है या दफ्तर या घर में दहेज के लिए मारना, यौन शोषण, पत्नी से मारपीट, बदसलूकी जैसी घटनाएं घरेलू हिंसा का उदाहरण है।
लड़कियों से छेड़छाड़, पत्नी को भ्रूण हत्या के लिए मजबूर करना आदि सामाजिक हिंसा के अंतर्गत आती है। यह सभी घटनाएं महिलाओं और समाज के बड़े हिस्से को प्रभावित करती हैं। आप सभी छात्रों को इस प्रकार के महिला विरुद्ध अपराधों के खिलाफ एकजुट होकर खड़े होना होगा। उन्होंने कहा कि छात्र इसे अपनी जिम्मेवारी समझे और अपने अधिकारों के लिए जागरूक होकर अपनी आवाज बुलंद करें। इसके लिए पुलिस हमेशा आपके साथ है। इसके अलावा पुलिस टीम ने छात्रों को साइबर अपराध से बचने के लिए अपना बैंक खाता, क्रेडिट या डेबिट कार्ड की कोई जानकारी किसी के साथ साझा न करने की हिदायत दी।
साइबर अपराधों से निपटने के लिए हेल्पलाइन नंबर 1930 जारी किया गया है जिस पर संपर्क करके साइबर अपराध की शिकायत की जा सकती है। इसके साथ ही आईएसओ व आरटीओ अधिकारियों ने छात्रों को सड़क सुरक्षा नियमों के बारे में जागरूक करते हुए बताया कि सड़क पर यात्रा करते समय उन्हें किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और अपने और अपने साथियों को सुरक्षित ले जाने के लिए क्या-क्या उपाय किए जा सकते हैं।
उन्होंने बताया कि सड़क दुर्घटना के दौरान उन्हें लोगों की मदद करनी चाहिए और घायलों को अस्पताल पहुंच कर उनके जीवन की रक्षा करने का प्रयास करना चाहिए। उप निरीक्षक निधि द्वारा छात्राओं को महिला विरुद्ध अपराध घरेलू हिंसा जैसे विषयों के बारे में जानकारी प्रदान करके महिला सशक्तिकरण के बारे में जागरूक किया गया। इसके साथ ही हरियाणा सरकार के द्वारा चलाई गई इमरजेंसी रिस्पांस व्हीकल 112 (इआरवी) पर भी कॉल कर सकते हैं जिसपर आपको तुरंत सहायता दी जाएगी।