नई दिल्ली: दिल्ली में छठ का त्योहार सार्वजनिक तौर पर मनाने को लेकर राजनीति जारी है. दिल्ली बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष और उत्तर पूर्वी दिल्ली से बीजेपी के मौजूदा सांसद मनोज तिवारी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को चिट्ठी लिखकर कहा है कि, “छठ पूजा को सार्वजनिक रूप से मनाए जाने के लिए छठ श्रद्धालुओं के दबाव में आपकी सरकार के द्वारा जो केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से दिशा निर्देश मांगा गया है. कल 12 अक्टूबर को उस विषय में विदित हो कि अगर आपकी नियत छठ पूजा कराने की होती तो आप यह दिशानिर्देश, जिस दिन आपने छठ पर प्रतिबंध लगाया था उसके पहले ही मांगा होता.”
उन्होंने आगे लिखा कि, “खैर इसमें कोई संदेह नहीं कि छठ मां की पूजा के लिए अनुकूल निर्णय तो आना ही है, क्योंकि पूरे देश में इस पर कोई प्रतिबंध नहीं है. मुझे बहुत ही दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि आप लगातार हिंदुओं की भावनाओं को उनके पर्व त्यौहार पर उन को ठेस पहुंचाने का काम करते आ रहे हैं और दिल्ली में कट्टरपंथी मुस्लिम तुष्टीकरण के आप दोषी हैं.” बीजेपी सांसद ने कहा कि, “छठ पर्व पर भी रोक लगा कर आपने हिंदू समाज की भावनाओं को आहत करने का काम किया है, क्योंकि छठ मात्र पूर्वांचलियों का ही त्यौहार नहीं है बल्कि यह भारत की एक सांस्कृतिक और आध्यात्मिक परंपरा का अभिन्न अंग है.”
उन्होंने कहा कि एक मुख्यमंत्री के तौर पर इस प्रकार से हिंदू विरोधी रुख इख्तियार करना आपको शोभा नहीं देता है. यह करके आप मुख्यमंत्री पद की गरिमा को भी धूमिल कर रहे हैं. वहीं, उन्होंने तंज कसते हुए आगे लिखा, “आप के मंत्री गण मनोज तिवारी को गालियां देने में विश्वास रखते हैं. हमें उससे कोई फर्क नहीं पड़ता. जितनी भी गाली देनी हो दिलवानी हो आप दिलवाओ. मेरी आपसे यही प्रार्थना है कि सभी त्यौहार, जितने भी गैदरिंग वाले त्यौहार हैं, कार्यक्रम हो रहे हैं. कोरोना गाइडलाइंस के तहत उसी के तहत जल्दी से आप छठ मां की पूजा की भी इजाजत दीजिए. आप तुरंत प्रस्ताव लाइए ऐसा करने से आपको छठ मां भी आशीर्वाद देंगी. भावनाओं के साथ खेलने से कुछ नहीं मिलेगा.”