निकाय चुनाव खत्म होने के बाद योगी सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार की सुगबुगाहट तेज हो गई है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, अगले महीने योगी सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है. इसमें कुछ मंत्रियों पर गाज गिरनी तय बताई जा रही है. कहा जा रहा है कि निकाय चुनाव में बेहतर प्रदर्शन न करने वाले मंत्री मंत्रिमंडल से बाहर किए जा सकते हैं. वहीं बेहतर प्रदर्शन करने वाले विधायकों और एमएलसी को मंत्रिमंडल में मौका मिल सकता है.
मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले नामों में जिस नाम की चर्चा सबसे ज्यादा हो रही है, वो रामपुर शहर सीट से विधायक आकाश सक्सेना हैं. दरअसल, आजम खान के अयोग्य ठहराए जाने के बाद रामपुर शहर सीट पर उपचुनाव हुआ था. यहां से सपा की तरफ से आजम खान के सबसे खास आसिम राजा चुनावी मैदान में थे, जबकि बीजेपी की तरफ से आकाश सक्सेना ताल ठोंक रहे थे. जब रिजल्ट आया तो परिणाम चौंकाने वाला था, क्योंकि आकाश सक्सेना ने आजम का किला ढहाते हुए आसिम राजा को पटखनी दे दी थी.
निकाय चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करने वालों को मिलेगा इनाम!
वहीं अब चर्चा है कि आकाश सक्सेना को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है. हाल ही में संपन्न हुए यूपी निकाय चुनाव में बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन किया. सभी 17 नगर निगम की मेयर सीट पर बीजेपी ने जीत दर्ज की. नगर पालिका, नगर पंचायत और वार्डों में भी बीजेपी का प्रदर्शन अच्छा रहा. हालांकि कुछ जिलों में हार पर बीजेपी में मंथन चल रहा है. नगर पालिका और नगर पंचायत अध्यक्ष की कई सीटों पर बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा, जहां पर उसे जीत की उम्मीद थी.
नए चहेरों पर दांव लगा सकती है योगी सरकार
इस समय योगी कैबिनेट में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत 52 मंत्री हैं. मंत्रिमंडल में अधिकतम सदस्यों की संख्या 60 हो सकती है. अभी आठ सदस्य और शामिल हो सकते हैं. इस हिसाब से देखा जाए तो योगी सरकार नए चेहरों पर दांव लगा सकती है. अगर मंत्रिमंडल से कुछ मंत्रियों की छुट्टी होती है तो उनकी जगह भी नए चेहरों को तवज्जो मिलेगी. बता दें कि अगर मंत्रिमंडल विस्तार होता है तो यह योगी 2.0 सरकार का पहला मंत्रिमंडल विस्ता होगा.
यूपी में बीजेपी चलाएगी महा जनसंपर्क अभियान
देश में अगले साल लोकसभा चुनाव होने हैं. बीजेपी लगातार तीसरी बार केंद्र की सत्ता पर अपना दावा ठोंकने की तैयारी में है. इसके लिए अभी से चुनावी तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. यूपी में 30 मई से 30 जून तक महा जनसंपर्क अभियान बीजेपी द्वारा चलाया जाएगा. सभी 80 जिलों में रैलियां की जाएंगी. इनमें से 7 से 8 रैली पीएम मोदी की होगी. इसको देखते हुए मंत्रियों, विधायकों, एमएलसी और सांसदों की जिम्मेदारी तय कर दी गई है.