दिल्ली: प्रचंड बहुमत पाने के बाद नरेंद्र मोदी सरकार अपने दूसरे कार्यकाल की शुरुआत के लिए तैयार है. मोदी कैबिनेट की पहली बैठक आज होगी. इस बैठक में सरकार कोई बड़ा फैसला ले सकती है क्योंकि पहले कार्यकाल की पहली कैबिनेट में मोदी सरकार ने कालेधन को लेकर बड़ा फैसला लिया था. ऐसे में आज वह क्या फैसला लेते हैं इस पर हर किसी की नज़र है. वहीं इस बैठक में मंत्रालयों का बंटवारा भी हो सकता है. इसके अलावा कैबिनेट में संसद सत्र की तिथि पर निर्णय लिया जा सकता है.
बता दें कि लोकसभा चुनाव 2019 में बीजेपी 303 सीटों के साथ सत्ता में आई है. साल 2014 में उसे 282 सीटें मिली थी. जीत के बाद बीते गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दूसरी बार पीएम पद की शपथ ली है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनके मंत्रिमंडल के सहयोगियों को भी शपथ दिलाई गई. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मोदी के अलावा 24 कैबिनेट, 24 राज्य मंत्री और 9 राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार को मंत्री पद की शपथ दिलाई. इस मंत्रिमंडल में बीजेपी के साथ एनडीए के सहयोगी दलों शिवसेना, शिअद और लोजपा के मंत्रियों को भी शामिल किया गया है.
पहली बार शामिल किए गए ये चेहरे
सरकार में पहली बार शामिल होने वालों में जयशंकर के अलावा प्रह्लाद जोशी, अरविंद सावंत, अर्जुन मुंडा, रमेश पोखरियाल निशंक, रत्न लाल कटारिया, रामेश्वर तेली, कैलाश चौधरी, नित्यानंद राय, प्रताप चंद्र सारंगी, डी मुरलीधर, सोम प्रकाश, रेणुका सिंह, देबाश्री चौधरी, किशन रेड्डी, राव साहब दानवे, संजय धोत्रे आदि शामिल हैं. अनुराग सिंह ठाकुर मोदी सरकार में पहली बार शामिल किए गए हैं.
नई सरकार में शामिल नहीं हुए पिछली सरकार के ये चेहरे
नई सरकार में पिछली सरकार के जिन प्रमुख चेहरों को शामिल नहीं किया गया है उनमें सुरेश प्रभु, मेनका गांधी, जे पी नड्डा, राधामोहन सिंह, राज्यवर्द्धन राठौड़, जुएल ओराम, उमा भारती, अनंत गीते, महेश शर्मा और के जे अल्फोंस शामिल हैं. मोदी 543 सदस्यीय लोकसभा में कुल 80 मंत्री रख सकते हैं. संविधान के अनुसार प्रधानमंत्री सहित केन्द्रीय मंत्रियों की कुल संख्या लोकसभा सदस्यों के 15 प्रतिशत से अधिक नहीं होनी चाहिए.