केंद्रीय सड़क और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने रविवार को एक कार्यक्रम में इस बात की जानकारी दी कि देश में हर साल लाखों लोग सड़क दुर्घटनाओं (Road Accident In India) में अपनी जान गवां देते हैं. गडकरी ने कहा, “सलाहकारों (Consultants) द्वारा तैयार की गई एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) में सामने आया है कि देश में हर साल 1.50 लाख से ज्यादा लोग सड़क दुर्घटनाओं में अपनी जान गवां देते हैं.”
हर साल पांच लाख से ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री मुंबई में सिविल इंजीनियरों के राष्ट्रीय सम्मेलन में बोल रहे थे. नितिन गडकरी ने दावा किया, “देश में हर साल पांच लाख से ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं होती हैं, जिसमें 1.50 लाख से अधिक लोगों की जान चली जाती है. यह मौतों का आंकड़ा केवल सलाहकारों द्वारा विस्तृत परियोजना रिपोर्ट में लोगों द्वारा की गई गलतियों के कारण है.” उन्होंने दावा किया कि ज्यादातर डीपीआर बहुत रूढ़िवादी हैं.
डीपीआर तैयार करने में बदलाव की जरूरत
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि सड़कों पर ब्लाइंड स्पॉट (सड़क पर जानलेवा जगह) में सुधार पर जोर देते हुए डीपीआर तैयार करने में गुणात्मक बदलाव लाने की जरूरत है. गडकरी ने कहा, “मुझे नहीं पता कि ऐसा क्यों है (डीपीआर दोषपूर्ण है) और इसके पीछे क्या कारण हैं.”
बीजेपी के सत्ता में आने का श्रेय वाजपेयी को
वहीं रविवार को एक बयान में नितिन गडकरी ने बीजेपी के सत्ता में आने का श्रेय अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी और दीनदयाल उपाध्याय द्वारा किये गये कार्यों को दिया. लक्ष्मणराव मानकर स्मृति संस्था के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गडकरी ने रविवार को मुंबई में बीजेपी के 1980 के सम्मेलन में वाजपेयी के दिए गए भाषण को याद किया. गडकरी ने कहा, “अटलजी ने कहा था- अंधेरा छटेगा, सूरज निकलेगा, कमल खिलेगा.”