माफिया मुख्तार अंसारी की विशेष न्यायाधीश दिनेश चौरसिया की अदालत में तीन मामलों में वीडियो कान्फ्रेंसिंग से पेशी हुई। इस दौरान मुख्तार अंसारी ने जेल में हत्या की आशंका जताते हुए कोर्ट से सुरक्षा की गुहार लगाई। उसने सोनभद्र से ट्रांसफर होकर बांदा जेल में आए एक सिपाही से खुद को खतरा बताया है। आरोप लगाया है कि जेल प्रशासन उससे मिलकर उसकी हत्या करवा सकता है। मुख्तार अंसारी ने बैजनाथ महाविद्यालय, सरवां को विधायक निधि से लाखों रुपये दिए था। जांच में विद्यालय की खतौनी फर्जी पाई गई। इस मामले में मुख्तार अंसारी सहित विद्यालय के प्रबंधक व अन्य आधा दर्जन लोगों को आरोपित बनाया गया।
इसके साथ ही अन्य मामले में शस्त्र लाइसेंस का मामला पंजीकृत होने के बाद सभी आरोपियों पर गैंगस्टर का मामला दर्ज किया गया था। इस मामले में साक्ष्य के लिए अगली तिथि 20 सितंबर नियत कर दी गई।
इसके अलावा एमपी/एमएलए की विशेष मजिस्ट्रेट सिविल जज सीनियर डिविजन श्वेता चौधरी की अदालत में मुख्तार अंसारी के दक्षिणटोला के शस्त्र लाइसेंस व सरायलखंसी के विधायक निधि मामले में बुधवार को बांदा जेल से लिंक न जुड़ पाने के चलते वीडियो कांफ्रेंसिंग से पेशी नहीं कराई जा सकी।
अधिवक्ताओं की हड़ताल के चलते शास्त्र लाइसेंस मामले में 13 सितंबर तथा विधायक निधि मामले में 20 सितंबर की तारीख नियत कर दी। विधायक रहते मुख्तार अंसारी ने अपने लेटर पैड पर आधा दर्जन लोगों को शस्त्र लाइसेंस के लिए अपनी संस्तुति दी थी। जांच के दौरान सभी लोगों का पता फर्जी पाया गया था। इस मामले में मुख्तार अंसारी सहित सभी के विरुद्ध थाना दक्षिणटोला में धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया। दूसरा मामला विधायक निधि का सरायलखंसी थाना से संबंधित है।