नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने आगामी फेस्टिव सीजन के पहले टीकाकरण की गति बढ़ाने की जरूरत बताई है. नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने मंगलवार को कहा कि कोरोना की लहर पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है और चीजों को हल्के में नहीं लिया जा सकता. उन्होंने कहा कि कोरोनावायरस को हल्के में लेने की गलती हमें नहीं करना चाहिए. डॉ. पॉल के अनुसार, R फैक्टर केरल में 1 से ज़्यादा है. ऐसे में यह जरूरी है कि ट्रैवल बेवजह न की जाए. मास गैदरिंग से बचें. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ हफ्तों में केस में बढ़ोतरी आ रही है, जो चिंता की बात है. वायरस कम होता होता फिर सजग हो जाता है. वायरस के बिहैवियर को हल्के में नहीं लिया जा सकता.उन्होंने कहा, ‘हमें सतर्क रहना होगा. हम थक सकते हैं लेकिन वायरस नहीं.’
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने इस मौके पर कहा कि 62 जिलों में रोजाना 100 मामले आ रहे हैं. 22 जिलों में पिछले 4 हफ्ते में मामले बढ़े हैं, यहां बढ़त का ट्रेंड (increasing trend) दिख रहा है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के सोलापुर में कोरोना संक्रमण के मामलों में तेज़ी देखी जा रही है. कोरोना की दूसरी लहर का असर भले ही कम हो गई है लेकिन 54 जिलों में 10% से ज्यादा पॉजिटिविटी रेट है.
उन्होंने कहा कि जब तक हर कोई सुरक्षित नहीं होता तब तक किसी को सुरक्षित नहीं माना जा सकता (No one is safe, till everyone is safe) . उन्होंने कहा कि हम उस इलाकों को ट्रैक कर रहे हैं जहां केस बढ़ रहे हैं ताकि उन इलाकों में सख्ती बरत सकें. एक अन्य सवाल के जवाब में सरकार की ओर से बताया गया कि 44 करोड़ से ज़्यादा लोगों को कोविड-19 वैक्सीन दी जा चुकी है.