सरकारी स्कूल के पास ठेका खोलने के विरोध में गांव फरीदपुर के युवक सड़कों पर उतर आए। जहां पर ठेका खोला जा रहा है वह से 50 मीटर की दूरी पर ही सरकारी स्कूल हैं जिस कारण से गुस्साए युवकों ने ठेका खुलने के विरोध में सड़कों पर उतर आए और कहां की यहां पर ठेका नहीं खुलने देंगे क्योंकि यहां से बहन बेटियां गुजरती है और साथ ही में सरकारी स्कूल है ठेका खुलने की वजह से बच्चों और बहन बेटियों पर बुरा प्रभाव पड़ेगा और भविष्य में अपराध को भी बढ़ावा मिल सकता है।
फरीदपुर के लोगों का कहना है कि ठेका पब्लिक प्लेस में खोला जा रहा है जबकि ठेके को कमर्शियल एरिया में खुलने की अनुमति होती है और यह ठेका सरकारी स्कूल से 50 मीटर और प्राइवेट स्कूल से 100 मीटर दूर है तथा साथ ही में बस स्टॉप लगता है जहां पर बहन बेटियां खड़ी होती है। घरों के बीच में ठेका खोला जा रहा है जिस कारण से भविष्य में बहुत सी समस्याएं गांव फरीदपुर में उत्पन्न हो सकती हूं इस वजह से हम यहां पर ठेका नहीं खुलने देंगे।
एडवोकेट विजय खटाना ने कहा कि यहां आस-पास बच्चे शिक्षा ग्रहण करने के लिए आते हैं और वही पर ठेका खोला जा रहा है. जोकि सही नहीं है उन्होंने कहां की यह ठेका बिना अनुमति के खोला जा रहा है. अगर किसी ठेके को खोलने की अनुमति मिलती है तो खुली जगह में मिलती है ना की किसी गांव में. गांव के लोग विरोध इसलिए कर रहे हैं ताकि युवाओं को नशा मुक्त किया जा सके ठेका खुलने की वजह से यह कार्य नहीं हो सकता।
गांव वालों का कहना है कि पुलिस ने आश्वासन के तौर पर ठेके पर शटर लगा दिया है लेकिन हम अपने गांव में ठेका नहीं खुलने देंगे अगर इसके बाद भी ठेका खोला जाता है तो हम उसका विरोध करेंगे और आगे उच्च अधिकारी तक अपनी बात ले जाएंगे। गुस्साए युवक ने कहा कि कुछ दूरी पर पहले से ही ठीक है और फिर से एक और ठेका खोला जा रहा है क्या ठेके से ही हमारे देश की अर्थव्यवस्था चलेगी