बाड़मेर. राजस्थान की पश्चिमी सरहद पर स्थित बाड़मेर (Barmer) जिले में चिकित्सा व्यवस्थाओं को लेकर लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है. यहां गंभीर हालत में जोधपुर रेफर की गई मरीज को ले जाते समय एम्बुलेंस में बीच रास्ते में ही ऑक्सीजन (Oxygen) खत्म हो गई, जिससे पीड़ित युवती की मौत हो गई. इसकी भनक लगते ही नर्सिंग स्टाफ एम्बुलेंस खड़ी करके फरार हो गए. इस मामले को लेकर अब बवाल मचा हुआ है. मेडिकल विभाग इस गंभीर मामले की जांच कराने के बजाय लीपापोती का प्रयास कर रहा है.
जानकारी के अनुसार, मामला चौहटन उपखंड से जुड़ा हुआ है. उपखंड के जैसार गांव निवासी एक किशोरी की फूड पॉइजनिंग के कारण तबीयत बिगड़ गई थी. इस पर उसे सोमवार को चौहटन से बाड़मेर ले जाया गया. वहां से उसे गंभीर हालत में जोधपुर रेफर कर दिया गया, लेकिन जिस एम्बुलेंस में पीड़िता को भेजा गया उसमें पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं थी. लिहाजा बीच रास्ते में ऑक्सीजन खत्म हो जाने से किशोरी की बायतु के पास मौत हो गई. इसकी जानकारी जैसे ही एम्बुलेंस के संचालक और नर्सिंग स्टाफ को मिली तो उनके हाथ-पांव फूल गये. वे एम्बुलेंस को बायतु सीएचसी में छोड़कर मौके से फरार हो गए
बाड़मेर से निकलते ही ऑक्सीजन खत्म
पीड़िता के पिता के मुताबिक बाड़मेर से निकलते ही ऑक्सीजन खत्म हो गई. इस पर नर्सिंग स्टाफ बायतु अस्पताल में एम्बुलेंस छोड़कर फरार हो गए. प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. बीएल मंसुरिया के मुताबिक घटना की जानकारी मिली है. मौत का कारण ऑक्सीजन की कमी रही है या अन्य कोई दूसरी वजह इसकी जांच पड़ताल की जा रही है. उसकी तथ्यात्मक रिपोर्ट मंगवाई गई है. उल्लेखनीय है कि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए प्रदेश के मुखिया अशोक गहलोत काफी गंभीर है. लेकिन चिकित्सा व्यवस्था में इस तरह की खामियां इन प्रयासों पर प्रश्नचिन्ह लगाती हैं.