Navi Mumbai Metro Trial: नवी मुंबई के लोग भी अब जल्द मेट्रो ट्रेन में ट्रेवल कर सकेंगे. भारतीय रेलवे के रिसर्च डिजाइन और स्टेण्डर्ड ऑर्गनाइजेशन (RDSO) आज से यहां मेट्रो के oscillation trials की शुरुआत करने जा रही है. नवी मुंबई मेट्रो के इस साल के अंत तक शुरू होना प्रस्तावित है. इस से पहले इसकी सुरक्षा और इसमें यात्रा की क्वॉलिटी को बेहतर बनाने के लिए ये ट्रायल रन किया जा रहा है.
सिटी एंड इंडस्ट्र्लियल डेवलपमेंट कॉर्परेशन (CIDCO) ने मंगलवार को अपने एक ट्वीट में लिखा, “पेंढ़ार स्टेशन से सेंट्रल पार्क स्टेशन की मेट्रो लाइन 1 पर RDSO 28 अगस्त से मेट्रो के oscillation trials की शुरुआत करने जा रही है.” साथ ही इस ट्वीट में CIDCO ने बताया, “नवी मुंबई मेट्रो के तहत आने वाले एलिवेटेड कॉरिडोर को हमारे द्वारा ही बनाया जा रहा है. इनके जरिये कई नोड को आपस में जोड़ा जा सकेगा और पब्लिक ट्रांस्पोर्ट भी और बेहतर हो जाएगा.”
बता दें कि, नवी मुंबई मेट्रो प्रोजेक्ट के तहत इसके चार एलिवेटेड कॉरिडोर को CIDCO द्वारा तैयार किया जा रहा है. ट्रायल के तुरंत बाद इन्हें लोगों के इस्तेमाल के लिए खोलने की योजना है.
पेंढ़ार स्टेशन से सेंट्रल पार्क स्टेशन तक होगा ट्रायल रन
पब्लिक के लिए मेट्रो सेवा की शुरुआत से पहले ये ट्रायल रन बेहद महत्वपूर्ण हैं. इस दौरान भारतीय रेलवे की रिसीर्च टीम मेट्रो ट्रेन के ब्रेक सिस्टम, ट्रैक और सुरक्षा को लेकर उसके अन्य पहलुओं की जांच करेगा. ये ट्रायल रन पेंढ़ार स्टेशन से सेंट्रल पार्क स्टेशन की 5.14 किलोमीटर की दूरी पर किया जाएगा.
चार फेज में होगा नवी मुंबई मेट्रो प्रोजेक्ट का काम
बता दें कि नवी मुंबई मेट्रो प्रोजेक्ट को चार फेज में बांटा गया है. इसमें से पहला बेलापुर रेलवे स्टेशन से शुरू होकर तलोजा के पास पेंढ़ार स्टेशन पर खत्म होता है. इस 11.10 किलोमीटर लंबे रूट पर मेट्रो के 11 स्टेशन बनाए गए हैं. नवी मुंबई मेट्रो का दूसरा फेज खंडेश्वर और तलोजा एमआईडीसी को जोड़ेगा, जबकि तीसरे फेज में पेंढ़ार और तलोजा एमआईडीसी को जोड़ने की योजना बनाई गई है. इसके अलावा चौथे और अंतिम फेज में खंडेश्वर को पनवेल के निकट बन रहे नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जोड़ा जाएगा.