इस साल के आखिरी मन की बात को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागरिकता कानून को लेकर हुई हिंसा पर परोक्ष रूप से चिंता जाहिर की। उन्होंन कहा कि हमारे देश के युवा अराजकता के खिलाफ हैं। इनसे देश को बहुत उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि हम सब अनुभव करते हैं कि यह पीढ़ी बहुत प्रतिभाशाली है। यह सोशल मीडिया का युग है। लोग सिस्टम को फॉलो भी करते हैं और अगर सिस्टम सही काम न करे तो बेचैन भी होते हैं और सवाल भी करते हैं। हमारे देश के युवाओं को अराजकता के प्रति नफरत है, वे भेदभाव को पसंद नहीं करते।
पीएम मोदी ने कहा कि 2019 की विदाई के पल हमारे समाने हैं, अब हम न सिर्फ नए साल में प्रवेश करेंगे, बल्कि नए दशक में प्रवेश करेंगे। इसमें देश के विकास को गति देने में वे लोग सक्रिय भूमिका निभाएंगे, जिनका जन्म 21वीं सदी में हुआ है।
कन्याकुमारी विश्व के लिए तीर्थ क्षेत्र बना: पीएम मोदी
स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि हमारा विश्वास युवा पीढ़ी में है। उन्होंने कहा, युवावस्था की कीमत को न तो आंका जा सकता है और न ही उसका वर्णन किया जा सकता है। यह सबसे मूल्यवान कालखंड है। विवेकानंद जी के अनुसार युवा वह है जो ऊर्जा से भरा है और बदलाव की ताकत रखता है। कन्याकुमारी विश्व के लिए तीर्थ क्षेत्र बना हुआ है। स्वामी जी के स्मारक ने हर आयु के लोगों को राष्ट्रभक्ति के लिए प्रेरित किया है।
पूर्ववर्ती छात्र सम्मेलन को लेकर यह कहा
हम अलग-अलग जगह पढ़ते हैं लेकिन पढ़ाई पूरी होने के बाद एल्युमिनाई मीट बड़ा रोचक कार्यक्रम होता है। कभी-कभी ऐसी मीटिंग आकर्षण का कारण बन जाती है। यह पुराने दोस्तों से मिलने के लिए तो होता ही है और अगर इसके साथ कोई संकल्प हो तो उसमें कई रंग भर जाते हैं।
पश्चिमी चंपारण के भैरवगंज हेल्थ सेंटर की तारीफ की
पीएम मोदी ने पश्चिमी चंपारण के भैरवगंज हेल्थ सेंटर की तारीफ करते हुए कहा कि बिहार के पश्चिमी चंपारण कि एक कहानी मैं बताए बिना रह नहीं सकता हूं। यहां भैरवगंज हेल्थ सेंटर में लोग हेल्थ चेकअप कराने आए। यह कार्यक्रम सरकार का नहीं था बल्कि यह एक स्कूल के पुराने छात्रों द्वारा उठाया गया कदम था। इसका नाम संकल्प 85 था। 1985 बैच के विद्यार्थियों ने एल्युमनाई मीट रखी और कुछ करने का विचार किया।
यूपी के फूलपुर की महिलाओं की तारीफ की, कहा- लोग उनकी बनाई चप्पलों को बहुत पसंद करते हैं
पीएम मोदी ने यूपी के फूलपुर के महिलाओं की तारीफ की। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में कुछ महिलाओं ने पूरे इलाके को प्रेरणा दी। उन्होंने साबित किया कि अगर एकजुटता के साथ काम किया जाये तो सबकी मदद हो सकती है। फूलपुर की महिलाओं ने मिलकर काम करने का संकल्प किया। वे चप्पलें बनाती हैं और लोग इन चप्पलों को बहुत पसंद कर रहे हैं। लोकल प्रॉडक्ट को हमें अपनी शान से जोड़ना चाहिए और साथी देशवासियों के लिए समृद्धि लाने की कोशिश करनी चाहिए।
गांधी जी ने आत्मनिर्भर बनने के लिए यही रास्ता दिखाया था। जिस आजाद भारत में हम सांस ले रहे हैं, इसके लिए बहुत सारे लोगों ने बलिदान दिया है। हम आज आजाद जिंदगी जी रहे हैं। देश के लिए जीवन खपाने वाले अनगिनत लोगों ने बलिदान दिया और आजाद भारत के सपनों को लेकर जिए।
स्थानीय सामान खरीदने का आग्रह किया
पीएम मोदी ने लोगों से स्थानीय सामान खरीदने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि मैंने 15 अगस्त को लालकिले से देशवासियों से एक आग्रह किया था और देशवासियों से स्थानीय सामान खरीदने का आग्रह किया था। आज फिर से मेरा सुझाव है कि क्या हम स्थानीय स्तर पर बने उत्पादों को प्रोत्साहन दे सकते हैं? क्या उन्हें अपनी खरीदारी में स्थान दे सकते हैं?
महात्मा गांधी ने स्वदेशी की इस भावना को एक ऐसे दीपक के रूप में देखा जो लाखों के जीवन को रोशन करता हो। गरीब से गरीब के जीवन में समृद्धि लाता हो। सौ साल पहले गांधी जी ने एक बड़ा जन आन्दोलन शुरु किया। इसका एक लक्ष्य था भारतीय उत्पादों को प्रोत्साहित करना।
क्या हम संकल्प ले सकते हैं कि 2022 तक जब आजादी के 75 वर्ष पूरे होंगे, इन 2-3 साल हम स्थानीय उत्पाद खरीदने के आग्रही बनें? भारत में बना, जिसमें हमारे देशवासियों के पसीने की महक हो, ऐसी चीजों को खरीदने का हम आग्रह कर सकते हैं क्या?
जम्मू-कश्मीर के हिमायत कार्यक्रम का किया उल्लेख
पीएम मोदी ने जम्मू और कश्मीर में चल रहे हिमायत कार्यक्रम का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि हिमायत प्रोग्राम से लोगों की जिंदगी बदल रही है। ग्रामीण इलाके में यह लोगों को आत्मनिर्भर बना रहा है। यह कार्यक्रम लोगों को नौकरी दिलाने का काम कर रहा है। इसने जम्मू-कश्मीर के लोगों को आगे बढ़ाने का काम किया है।
सूर्य ग्रहण के बारे में कहा यह
उन्होंने कहा कि युवा साथियों की तरह मैं भी सूर्य ग्रहण देखने के लिए उत्सुक था लेकिन अफसोस यह रहा कि दिल्ली के आसमान में बादल थे और वह आनंद नहीं ले पाया। हालांकि टीवी पर सुंदर तस्वीरें देखने को मिलीं। मुझे एक्सपर्ट से संवाद करने का मौका भी मिला। मुझे बताया गया कि चंद्रमा पृथ्वी से काफी दूर होता है और सूर्य को पूरी तरह से ढक नहीं पाता है इसलिए एक अंगूठी के आकार का दृश्य देखने को मिलता है।
भारत में खगोल विज्ञान का गौरवशाली इतिहास
पीएम मोदी ने कहा कि भारत में खगोल विज्ञान का गौरवशाली इतिहास रहा है। आपको पता होगा कि भारत के अलग-अलग स्थानों में जंतर-मंतर हैं। इसका खगोल विज्ञान से गहरा संबंध है। महान वैज्ञानिक आर्यभट्ट के बारे में कौन नहीं जानता। उन्होंने दार्शनिक और गणितीय दोनों तरीकों से बहुत सारी जानकारी दी। भास्कर जैसे उनके शिष्यों ने इसे आगे बढ़ाया।
भारत के टेलिस्कोप और इसरो के आदित्य मिशन की जानकारी दी
हमारे पास पुणे के निकट विशालकाय टेलिस्कोप है। लद्दाख में भी पावरफुल टेलिस्कोप है। 2015 में बेल्जियम के प्राइम मिनिस्टर और मैंने नैनीताल में टेलिस्कोप का उद्घाटन किया जो एशिया में सबसे बड़ा है। इसरो एक आदित्य नाम का सैटलाइट भी लॉन्च करने वाला है।