फरीदाबाद- पुलिस आयुक्त राकेश कुमार आर्य ने ड्यूटी के दौरान श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले पुलिसकर्मियों की हौसलअफजाई करने के लिए ‘हीरो ऑफ द वीक’ अभियान शुरू किया है जिसके तहत पुलिस कमिश्नर ने आज 8 सर्वश्रेष्ठ पुलिसकर्मियों को प्रथम श्रेणी प्रशंसा पत्र व इनाम देकर उन्हें सम्मानित किया। पुलिसकर्मियों द्वारा किए गए कार्यो की चाय पर चर्चा की गई।
पुलिस आयुक्त ने श्रेष्ठ कार्य करने वाले पुलिसकर्मियों को सम्मानित करने के लिए पुलिस आयुक्त कार्यालय में बुलाया जहां पर पुलिसकर्मियों के कार्यों की सराहना करते हुए उन्हें प्रशंसा पत्र व नकद इनाम देकर सम्मानित किया। पुलिस आयुक्त ने इन पुलिसकर्मियों के साथ बैठकर चाय पी तथा पुलिसकर्मियों के फील्ड के अनुभव के बारे में फीडबैक लिया तथा अपने कार्यों को ओर बेहतर बनाने के लिए उन्हें अहम दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पुलिस अपना काम बखूबी एवं कुशल तरीकों से करती है।
पुलिस का काम अपराधियों को सजा और पिडित को न्याय दिलाना। मुज़रिम कितना ही भागे आखिरकार पुलिस उन्हे सलाखों के पीछे भेजने में लगी रहती है। पुलिस का कर्त्तव्य है कि अपराध पर अंकुश लगाए और अपराधियों को जेल भेजें। कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखे। आमज़न की सुरक्षा करना पुलिस की अहम जिम्मेदारी है। पुलिस को हमेशा सतर्क और हर पल चौकन्ना रहना पड़ता है। पुलिस अपनी जान मुसीबत में डालकर लोगो के रक्षा करती है। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मी इसी प्रकार ईमानदारी के साथ अपने कर्तव्य का निर्वाहन करते रहें, अपराधियों पर शिकंजा कसे और पीड़ित को न्याय दिलाने का काम करें।
सम्मानित किए गए पुलिसकर्मियों में पुलिस चौकी सीकरी प्रभारी सुनील है।अगस्त 2023 के हत्या के मुकदमे जिसमें आरोपी धर्मेंद्र ने लिव इन में रह रही लड़की की हत्या कर उसे यमुना नदी में फेंक दिया था। इस मामले में चौकी प्रभारी वह उनकी टीम ने आरोपी को पकड़ने के लिए कई स्थानों पर रेड डाली सिपाही दुष्यंत के गुप्त सूत्रों व वैज्ञानिक सहायता से आरोपी धर्मेंद्र को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। आरोपी महिला की हत्या करने के बाद आगरा, कानपुर ,लखनऊ ,मुंबई इत्यादी स्थान पर भागता फिर रहा था। जिसे गिरफ्तार करके सलाखो के पीछे भेज दिया गया है।
पुलिस थाना साइबर बल्लभगढ़ में तैनात एएसआई अनूप द्वारा साइबर अपराध के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करते हुए ए.सी. ठीक करने के नाम साइबर ठगी की वारदात में शामिल आरोपी मनमोहन सिंह, धीरज सिंह, विनोद कुमार, ओम प्रकाश कुमार उर्फ सत्येंद्र तथा निगार खान को साइबर ठगी की ट्रांजैक्शन के साक्ष्य एकत्रीत कर कड़ी को जोड़ते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर 38000 रुपए, 3 मोबाइल फोन व 6 सिम कार्ड बरामद किए गए।
पुलिस चौकी आईएमटी में तैनात एएसआई रणधीर द्वारा सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेज नीमका से 139 कंप्यूटर के प्रोसेसर जिनकी कीमत लगभग 40 लाख रुपए थी चोरी होने के मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर 89000 बरामद करवाए गए।
पुलिस थाना सेंट्रल में तैनात एएसआई सतप्रकाश ने धोखाधड़ी, सड़क एक्सीडेंट, चोरी, जुआ के 15 साल से अधिक पुराने 4 अलग अलग मुकदमों में फरार चल रहे चार बेल जंपर को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की।
सेक्टर 8 थाने में तैनात प्रधान सिपाही बलदेव सिंह द्वारा आरोपी द्वारा महिला के साथ दुष्कर्म करने तथा पैसे ऐंठने के मुकदमे में आरोपी एसबीआई बैंक में कार्यरत सुरक्षा गार्ड रोहताश को कड़ी गुप्त सूत्रों की सूचना के आधार पर गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की।
मोबाइल फॉरेंसिक साइंस यूनिट में तैनात प्रधान सिपाही मनोज मनोज कुमार द्वारा फॉरेंसिक साइंस के क्षेत्र में विशेष कार्य करते हुए पांच मुकदमों में आरोपियों के खिलाफ पुख्ता सबूत एकत्रित करके न्यायालय में पेश किए गए और हत्या और दुष्कर्म के मुकदमों में आरोपियों को आजीवन कारावास व 20 वर्ष की सजा दिलवाई गई।
ट्रैफिक पुलिसकर्मी के साथ विक्टर गाड़ी पर तैनात होमगार्ड बलबीर को 19 सितंबर को ड्यूटी के दौरान बड़खल मेट्रो स्टेशन के पास सड़क पर ओप्पो का मोबाइल फोन व एक पर्स पड़ा हुआ दिखाई दिया। होमगार्ड बलबीर ने ईमानदारी का परिचय देते हुए पर्स में रखे मालिक के कार्ड द्वारा उससे संपर्क किया और पूछताछ के पश्चात पर्स व फोन वापिस उसके मालिक के पास पहुंचाने का सराहनीय कार्य किया । पुलिस आयुक्त ने सभी को अच्छे कार्य करते रहने के जिए प्रोत्साहित किया।