बिहार के भोजपुर जिले में अस्पतालों की कथित लापरवाही और ट्रैफिक जाम की वजह से मां और नवजात की मौत हो गई. अस्पताल की लापरवाही के कारण महिला को चलती ऑटो में ही बच्चे को जन्म देना पड़ा. जिसके बाद सड़क जाम के कारण नवजात और मां दोनों अस्पताल नहीं पहुंच पाए, जिसके कारण दोनों की मौत हो गई. BPSC परीक्षा के कारण शहर के कई इलाकों में जाम लगा था. इसी जाम में महिला और बच्चे भी फंस गए जिससे उनका इलाज नहीं हो सका और दोनों ने दम तोड़ दिया.
घटना आरा के नवादा क्षेत्र के पास की है जहां राकेश कुमार की 20 साल की पत्नी सुनैना देवी और उसके नवजात बेटे की मौत हो गई. सुनैना देवी को पहला बच्चा होने वाला था. जेठ राजेश बिंद ने बताया शनिवार की सुबह उसे तेज लेबर दर्द होने लगा. जिसके बाद महिला को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया. डॉक्टरों के देखने के बाद उन्होंने बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया. इसके बाद उसे निजी अस्पताल ले जाया गया, वहां भी डॉक्टरों ने रिफर कर दिया. इन अस्पतालों के अलावा दो और अस्पतालों ने महिला को रेफर कर दिया.
कई अस्पतालों ने किया रेफर
महिला को लेकर परिजन पूरा दिन एक से दूसरे अस्पताल भटकते रहे. सड़क जाम होने के कारण उन्हें एक से दूसरे अस्पताल जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. सड़क जाम होने के कारण चंदवा मोड़ के समीप उसकी भावज ने चलती ऑटो में ही बच्चे को जन्म दे दिया. जन्म देने के बाद महिला की तबीयत काफी बिगड़ गई. आखिर में निराशा की स्थिति में उसे इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल लाया जा रहा था, लेकिन शहर में जाम होने के कारण सदर अस्पताल पहुंचने में काफी देर हो गई. इससे दोनों ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया .
परिजनों ने लगाए आरोप
परिजनों ने आरोप लगाए हैं कि डॉक्टरों ने दौड़ा-दौड़ाकर दोनों को मार डाला. उन्होंने कहा कि डॉक्टरों द्वारा एक से दूसरे अस्पताल भेजने और सड़क जाम होने के कारण महिला और नवजात की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि मृत महिला की शादी वर्ष 2021 में हुई थी. बच्चे के जन्म को लेकर परिवार में खुशी का माहौल था, लेकिन दोनों की मौत के बाद परिवार की खुशी का माहौल देखते ही देखते मातम में तब्दील हो गया.