चुनाव कर्नाटक में हैं मगर कांग्रेस नेताओं की चहलकदमी जयपुर में सबसे ज्यादा देखी जा रही है. कोई नेता जयपुर से दिल्ली दौरे पर है तो कोई दिल्ली से जयपुर. जयपुर से कर्नाटक का जिम्मा तो राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ही संभाल रखा है. मगर इसी बीच गुरुवार को कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी जयपुर क्या पहुंची राजनीतिक गलियारों में चर्चा का बाजार गर्म हो गया.
दरअसल इस सियासी गहमागहमी की वजह है प्रदेस में पायलट वर्सेज गहलोत के बीच जारी जंग. वैसे तो ये जंग 2018 से पहले से ही देखी जा रही थी मगर 2018 विधानसभा चुनाव से पहले अपने दोनों नेताओं को एक करने के लिए तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने खूब जद्दोजहद की थी.
चुनाव से पहले दोनों नेताओं को एक मंच पर लाने फिर जय वीरू की जोड़ी दिखाने के खूब प्रयास हुए मगर ये प्रयास उस वक्त धाराशाही होते दिखे जब बारी आई राजस्थान के मुख्यमंत्री के चुनाव की. मगर यहां भी राहुल गांधी ने एक ट्वीट से मामले को रफा दफा करना का प्रयास जरूर किया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. अब सवाल है कि प्रियंका गांधी के एक्टिव होने से समस्याओं में कोई कमी आएगी?