बुजुर्ग नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने आज बुधवार को औपचारिक रूप से कांग्रेस के नए अध्यक्ष के रूप में पद संभाल लिया है. पार्टी की ओर से आयोजित भव्य कार्यक्रम में सोनिया गांधी के अलावा राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा समेत कई बड़े नेता भी शामिल हुए. खरगे को पार्टी की कमान सौंपते हुए सोनिया गांधी ने कहा, “वे एक अनुभवी और धरती से जुड़े हुए नेता हैं. आज मैं बड़े दायित्व से मुक्त हो रही हूं. बड़ी राहत महसूस कर रही हूं.”
खरगे को पार्टी की कमान सौंपते हुए सोनिया गांधी ने कहा, “मुझे विश्वास है कि खरगे से पूरी पार्टी को प्रेरणा मिलेगी और उनके नेतृत्व में कांग्रेस लगातार मजबूत होगी.” उन्होंने कहा, “मैं पार्टी के नए अध्यक्ष खरगे जी को बधाई देती हूं. सबसे अधिक संतोष इस बात का है कि जिन्हें अध्यक्ष चुना है वे एक अनुभवी और धरती से जुड़े हुए नेता हैं. एक साधारण कार्यकर्ता के रूप में काम करते हुए अपनी मेहनत और समर्पण से इस ऊंचाई तक पहुंचे हैं.”
राहत महसूस कर रही हूंः सोनिया गांधी
कांग्रेस की पूर्व अध्यक्षा ने कहा, “आपने इतने वर्षों तक जो प्यार, सम्मान दिया है, यह मेरे लिए गौरव की बात है. मुझे इसका अहसास जीवन की आखिरी सांस तक रहेगा.” उन्होंने कहा, “कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में अपनी क्षमता के अनुसार अपना कर्तव्य निभाया. इस जिम्मेदारी से मुक्त होने पर राहत महसूस कर रही हूं. आज मैं बड़े दायित्व से मुक्त हो रही हूं.”
कांग्रेस के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का कार्यभार संभालने पर मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, “आज मेरे लिए बहुत भावुक क्षण है, आज एक सामान्य कार्यकर्ता को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अध्यक्ष चुनकर ये सम्मान देने के लिए आप सबका हार्दिक आभार और धन्यवाद देता हूं.”
प्रियंका गांधी वाड्रा भी रहीं मौजूद
इससे पहले कांग्रेस के नवनिर्वाचित अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को बुधवार को औपचारिक रूप से निर्वाचन पत्र सौंपा गया और इसी के साथ उन्होंने पदभार ग्रहण कर लिया. पार्टी के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री ने खरगे को निर्वाचन प्रमाणपत्र सौंपा. इस मौके पर सोनिया गांधी, राहुल गांधी, कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल, केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के सदस्य राजेश मिश्रा, अरविंदर सिंह लवली और ज्योति मणि भी मंच पर मौजूद रहे.
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य, प्रदेश कांग्रेस कमेटियों के अध्यक्ष और पार्टी के कई अन्य पदाधिकारी कार्यक्रम में उपस्थित थे.
शपथ से पहले बापू को किया नमन
पदभार ग्रहण करने से पहले खरगे ने राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की. उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी को भी श्रद्धांजलि अर्पित की.
कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में पदभार ग्रहण करने बाद खरगे के सामने एक तरफ राजस्थान का सियासी संकट तत्काल चुनौती बनकर खड़ा है तो अगले कुछ हफ्तों में होने जा रहे गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव भी बड़ी चुनौती हैं. वहीं, 2024 का लोकसभा चुनाव उनके लिए सबसे बड़ी अग्निपरीक्षा होगा.
दलित समुदाय से ताल्लुक रखने वाले 80 वर्षीय बुजुर्ग नेता खरगे ने 17 अक्टूबर को हुए ऐतिहासिक चुनाव में अपने प्रतिद्वंद्वी 66 वर्षीय शशि थरूर को मात दी थी. पार्टी के 137 साल के इतिहास में छठी बार अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हुआ था. इसमें 24 साल बाद गांधी परिवार से बाहर का कोई व्यक्ति कांग्रेस का अध्यक्ष चुना गया था.
24 साल बाद गैर-गांधी नेता बना अध्यक्ष
कांग्रेस की निवर्तमान अध्यक्ष सोनिया गांधी 24 वर्ष बाद गैर-गांधी खरगे को पार्टी की बागडोर सौंप दिया. पदभार ग्रहण करने से पहले खरगे ने मंगलवार को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से उनके आवास पर मुलाकात की.
सात सितंबर से भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने के बाद राहुल गांधी पहली बार दिल्ली में कांग्रेस के किसी कार्यक्रम में शामिल हुए. वह 27 अक्टूबर से फिर से यात्रा में शामिल हो जाएंगे. भारत जोड़ो यात्रा इन दिनों तेलंगाना में है.
खास बात यह है कि इस कार्यक्रम में गहलोत के साथ ही राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट भी मौजूद होंगे. राजस्थान के सियासी संकट के बीच लंबे समय बाद दोनों नेता किसी कार्यक्रम में साथ दिखे.
नए अध्यक्ष के रूप में खरगे के कार्यभार संभालने के कुछ सप्ताह बाद ही हिमाचल प्रदेश और गुजरात में होने वाले विधानसभा चुनाव उनके सामने पहली चुनौती होंगे, जहां सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी की मजबूत पकड़ है. इस समय केवल दो राज्यों राजस्थान और छत्तीसगढ़ में ही कांग्रेस की सरकार है.इस परीक्षा के बाद 2023 में नौ राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं, जिसमें खरगे का गृह राज्य कर्नाटक भी शामिल है.