दिल्ली: देश का सबसे बड़ा बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) नए साल पर ग्राहकों को बड़ा तोहफा दिया है. एसबीआई (SBI) ने एक्सटर्नल बेंचमार्क लेंडिंग रेट (External Benchmark Lending Rate) 0.25 फीसदी यानी 25 बेसिस प्वाइंट घटा दी है. इस कटौती के बाद एक्सटर्नल बेंचमार्क बेस्ड रेट (EBR) 8.05 फीसदी से घटकर 7.80 फीसदी सालाना हो गया है. नई व्यवस्था 1 जनवरी 2020 से लागू होगी. बता दें कि SBI ने एमएसएमई (MSME), हाउसिंग (Housing) और रिटेल लोन (Retail Loan) के सभी फ्लोटिंग रेट लोन को एक्सटर्नल बेंचमार्क रेपो रेट (Repo Rate) से जोड़ने का फैसला किया है.
ये हैं 4 बेंचमार्क
बेंचमार्क में रिजर्व बैंक का रेपो रेट, फाइनेंशियल बेंचमार्क्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (FBIL) की ओर से प्रकाशित भारत सरकार के 3 महीने के ट्रेजरी बिल पर दिया जाने वाला रेट, FBIL की ओर से प्रकाशित भारत सरकार के 6 महीने के ट्रेजरी बिल पर दिया जाने वाला रेट और FBIL की ओर से प्रकाशित कोई दूसरा बेंचमार्क रेट शामिल है. आरबीआई ने इनमें से किसी भी बाजार ब्याज दर मानक में से एक को चुनने का विकल्प दिया था
7.90 फीसदी ब्याज दर पर लें होम लोन
SBI ने होम लोन (Home Loan) पर ब्याज दरें घटा दी है. 1 जनवरी 2020 से आपको 0.25 फीसदी कम ब्याज देना होगा. SBI ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है.
RBI के निर्देशों के अनुसार, SBI ने पहली अक्टूबर 2019 से EBR आधारित ब्याज की व्यवस्था लागू की है. बैंक ने इसके तहत 1 अक्टूबर 2016 से सूक्षम, लघु और मझोले उद्यमों, आवास खरीदारों तथा खुदरा ग्राहकों के लिए परिवर्तनशील दर पर लिए गए लोन का ब्याज रिजर्व बैंक की रेपो रेट (जिस दर पर वह बैंकों को फौरी जरूरत के लिए नकद धन देता है) में घट बढ़ के आधार पर समायोजित करने का निर्णय लागू किया है. इसके तहत बैंक तीन माह एक बार अपने कर्ज की ब्याज दरों को समायोजित कर सकते हैं.
RBI ने इस वर्ष फरवरी से कुल मिला कर रेपो दर 1.35 प्रतिशत कम की है. लेकिन बैंक उसका लाभ ग्राहकों को देने में धीमे रहे हैं. उनकी ओर से ब्याज में औसतन 0.44 प्रतिशत की ही कटौती की गयी है.