नई दिल्ली : गणतंत्र दिवस और अपने स्थापना दिवस को और यादगार बनाते हुए सुप्रीम कोर्ट 26 जनवरी को हजार से ज्यादा फैसलों का दस भाषाओं में अनुवाद जारी करेगा. चीफ जस्टिस धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ ने आज कहा कि अन्य महत्वपूर्ण और मील के पत्थर माने जाने वाले फैसलों के अनुवाद का काम तेजी से जारी है. सूत्रों के अनुसार अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के तत्कालीन चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अगुआई में पांच जजों की विशेष पीठ के फैसले का अनुवाद भी काफी हद तक पूरा हो गया है.
सीजेआई ने कहा कि हिंदी के अलावा इन फैसलों का अनुवाद पूर्वी और पूर्वोत्तर की भाषाओं मसलन ओड़िया, असमी, खासी, गारो, पंजाबी, नेपाली और बांग्ला में भी किया जा रहा है. सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने मंगलवार को कहा था कि शीर्ष अदालत के निर्णयों का चार भाषाओं और लिपियों में अनुवाद किया जा रहा है. इनमें हिंदी, गुजराती, ओड़िया और तमिल भाषाएं शामिल हैं.
उन्होंने कहा कि अभी सभी फैसले अंग्रेजी में होते हैं, इसलिए 99.9 प्रतिशत नागरिक उन्हें समझ नहीं पाते.बता दें देश में 26 जनवरी का दिन गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है. इसी दिन भारत का संविधान लागू हुआ था. भारत इस साल अपना 74वां गणतंत्र दिवस मनाएगा. गणतंत्र दिवस के मौके पर हर साल राष्ट्रपति भवन से लेकर इंडिया गेट तक कर्तव्य पथ पर बेहद भव्य और आकर्षक परेड होती है. कर्तव्य पथ को पहले राजपथ के नाम से जाना जाता था