राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार ने भतीजे अजीत पवार के तंज का मुंहतोड़ जवाब देते हुए कहा कि वो चाहे 82 साल के हों या 92 के, वह अभी भी अच्छा काम कर सकते हैं। दिल्ली में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद शरद पवार ने अपने भतीजे अजीत पवार की हाल की टिप्पणियों का जवाब देते हुए कहा, “मैं अभी भी प्रभावी हूं, चाहे मैं 82 वर्ष का हो या 92 वर्ष का।”
अजित पवार ने साल 2014 में पार्टी उम्मीदवार के प्रदेश का मुख्यमंत्री नहीं बन पाने का ठीकरा परोक्ष रूप से 82 वर्षीय शरद पवार के सिर फोड़ा। उस वक्त पार्टी को बहुमत में विधायकों का समर्थन भी प्राप्त था। राजनीतिक तौर पर इस मौके पर गंवाने के लिए अजित ने अपने एक बयान में शरद पवार को दोषी ठहराया। जिसके बाद पार्टी कार्यकर्ताओं में असंतोष फैल गया, जिसके बाद से प्रतिक्रियाओं का सिलसिला शुरू हो गया है।
महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने अपने एक बयान में कहा है कि शरद पवार को भाजपा की आलोचना करने के स्थान पर आत्मपरीक्षण करना चाहिए। अपनी पार्टी और परिवार को संभालने पर ध्यान देना चाहिए। राकांपा में टूट के जिम्मेदार स्वयं शरद पवार हैं, न कि भाजपा। राकांपा में टूट के बाद से इसके राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार भाजपा की लगातार आलोचना कर रहे हैं।
गुरुवार को इसका उत्तर देते हुए बावनकुले ने पवार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज आपकी हालत क्या है। आपकी पार्टी आपके साथ नहीं है। पार्टी कार्यकर्ता आपकी अवहेलना कर रहे हैं। महाराष्ट्र और केंद्र सरकार से आपके संबंध अच्छे नहीं हैं। आपकी स्थिति तो इतनी खराब है कि आपका परिवार भी आपसे दूर जा रहा है। इससे ज्यादा बुरे दिन और क्या देख सकता है कोई। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की प्रशंसा करते हुए कहा कि आज प्रधानमंत्री विश्व के सबसे बड़े नेताओं में से एक हैं। लेकिन, 40-50 वर्ष से राजनीति में रहते हुए भी पवार अपनी कोई जगह नहीं बना पाए।