दिल्ली. कोविड-19 (COVID-19) और लॉकडाउन (Lockdown) ने भारत सहित पूरी दुनियां की अर्थव्यवस्था को प्रभावित किया. चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के बाद देश में आर्थिक गतिविधियां खुलने लगी हैं, जिसका सकारात्मक परिणाम दिखने लगा है. आरबीआई गवर्नर शक्तिकान्त दास ने मौद्रिक नीति समिति की बैठक में ये उम्मीद जताई है कि जनवरी-मार्च 2021 यानी चालू वित्त वर्ष के अंतिम और चौथी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ पॉजिटिव (GDP Growth Positive) में देखने को मिल सकती है. हालांकि आरबीआई गवर्नर ने यह भी अनुमान लगाया कि चालू वित्त वर्ष यानी 2020-21 में जीडीपी ग्रोथ शून्य से 9.5 फीसदी नीचे रह सकती है.
तीसरे तिमाही से ही जीडीपी ग्रोथ में सुधार देखने को मिल सकता है
आरबीआई ने अपने मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक में यह अनुमान लगाया है कि जुलाई-सितंबर तिमाही में जीडीपी ग्रोथ में सुधार बहुत कम देखने को मिल सकता है. एमपीसी ने यह भी उम्मीद जताई कि अक्टूबर के बाद जीडीपी ग्रोथ में तेजी देखने को मिलेगा. आरबीआई गवर्नर ने यह भी कहा कि चालू वित्त वर्ष के दूसरे छमाही के जीडीपी ग्रोथ में कोविड का प्रभाव कम दिखेगा.