मुंबई पुलिस ने पश्चिमी उपनगर में एक नाले के ऊपर बने छह टन वजनी लोहे के पुल को चोरी करने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया। बांगुर नगर पुलिस थाने के अधिकारी ने शनिवार को कहा कि मलाड पश्चिम में 90 फुट लंबे पुल का निर्माण बिजली कंपनी अदाणी इलेक्ट्रिसिटी द्वारा वहां से बिजली के तारों को हटाने के लिये किया गया था।
उन्होंने बताया कि नाले पर स्थायी पुल बनने के बाद कुछ महीने पहले ही अस्थायी पुल को इलाके में दूसरी जगह ले जाया गया था। अधिकारी ने बताया कि अस्थायी पुल 26 जून को गायब पाया गया, जिसके बाद बिजली कंपनी ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने अपनी जांच के दौरान पाया कि पुल को आखिरी बार छह जून को देखा गया था।
अधिकारी ने बताया, चूंकि घटनास्थल में कोई सीसीटीवी कैमरा मौजूद नहीं है, इसलिए पुलिस ने आस-पास के इलाकों में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज को खंगाला और 11 जून को पुल की ओर एक बड़ा वाहन जाते हुए देखा। बाद में, पुलिस ने वाहन के पंजीकरण संख्या के आधार पर उसका पता लगाया।उन्होंने बताया कि वाहन में गैस काटने वाली मशीनें थीं जिसका इस्तेमाल पुल को काटने और छह हजार किलोग्राम लोहा चुराने के लिए किया गया था।
आगे की जांच में पुलिस उस बिजली कंपनी के एक कर्मचारी तक पहुंची, जिसे पुल बनाने का ठेका दिया गया था। अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने पिछले सप्ताह कर्मचारी और उसके तीन साथियों को गिरफ्तार किया था। उन्होंने बताया कि मौके से चोरी की गई सामग्री बरामद कर ली गई है।