जयपुर: मणिपुर में भड़की जातीय हिंसा के बीच अब तक 54 से अधिक लोगों की मौत हो गई है. वहीं हिंसा के बाद अब कई इलाकों में हालात कंट्रोल में है लेकिन कुछ इलाकों में अभी भी कर्फ्यू लगा है. हिंसा के दौरान राज्य से 13 हजार लोगों को प्रभावित क्षेत्रों से निकालकर कर सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है. इसी बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी मणिपुर में जारी हिंसा के बीच वहां फंसे राजस्थान के छात्रों के हालातों पर चिंता जाहिर की है. सीएम ने शनिवार को कहा कि राज्य के आला अधिकारी छात्रों को सुरक्षित निकालने के लिए मणिपुर के अधिकारियों से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं.
गहलोत ने शनिवार को ट्वीट करते हुए कहा कि मणिपुर हिंसा में राजस्थान के कुछ छात्रों के फंसे होने का समाचार चिंताजनक है. उन्होंने लिखा कि राजस्थान के मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक वहां के उच्चाधिकारियों के संपर्क में है और जल्दी ही इन सभी को सुरक्षित बाहर निकालकर सकुशल घर पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा.
छात्रों के संपर्क में हैं अधिकारी
दरअसल मणिपुर में बहुसंख्यक मेटी समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने के कदम के बाद कई इलाकों में हिंसा भड़क गई जहां इसका विरोध कर रही नागा और कुकी जनजातियों के लोगों ने बुधवार को ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ निकाला था जिसके बाद झड़पों ने उग्र रूप ले लिया. इधर अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हिंसा से ग्रस्त मणिपुर में पढ़ाई करने वाले राज्य के छात्रों की सुरक्षा को लेकर चिंता प्रकट की है.