जेएनयू में नॉनवेज खाने को लेकर विवाद हो गया है, जिसका एक वीडियो वायरल हुआ है. जेएनयू मेस विवाद पर वीएचपी प्रवक्ता विनोद बंसल ने बयान जारी कर कहा है कि कुछ चरमपंथियों के जरिए दुष्प्रचार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि खाने की आज़ादी सबको है, लेकिन राम नवमी के दिन वहां कुछ छात्र पूजा कर रहे थे. लिहाजा वहां लेफ़्ट संगठन के छात्रों ने विरोध किया. उन्होंने कहा कि किसी के साथ मारपीट की बात सामने नहीं आयी है.
वहीं जेएनयूएसयू के पूर्व अध्यक्ष साई बाला ने दावा किया है कि ABVP ने छात्रों को नॉनवेज खाने से रोका है. साई बाला ने कहा कि छात्रों को नवरात्र में नॉनवेज खाने से रोका गया. उन्होंने एक वीडियो जारी करते हुए कहा है कि मेस में एबीवीपी ने छात्रों को नॉनवेज खाने से रोका है. वहीं एबीवीपी ने इस तरह के आरोपों से इनकार किया है. वीडियो जेएनयू के कावेरी हॉस्टल का है.
एन साई बाला ने ट्वीट के जरिए लिखा कि कावेरी हॉस्टल में एबीवीपी के गुंडों ने छात्रों को नॉनवेज खाने से रोका. जेएनयू की वीसी इस गुंडागर्दी की निंदा करेंगी? क्या अब छात्रों का खानपान भी तय होगा? मेस के सचिव को भी पीटा गया, इस बर्बरता के खिलाफ खड़े होने का वक्त आ गया है. भारत की सोच पर हमला हो रहा है
वहीं एबीवीपी ने बयान जारी कर कहा है कि JNU के छात्रों ने राम नवमी के मौके पर कावेरी हॉस्टल में पूजा और हवन का कार्यक्रम रखा था. पूजा में जेएनयू के छात्र और छात्राएं भारी संख्या में जुटे थे. इसी समय लेफ्ट पार्टी के कार्यकर्ता आए और पूजा में खलल डालने के लिए विरोध करने लगे. उन्होंने पूरे मामले को राइट टू फूड और वेज-नॉनवेज के आस-पास भटकाने की कोशिश की