दिल्ली: राजधानी दिल्ली की सड़कों को देश में सबसे बेहतर माना जाता है. यहां की सड़कों की तुलना विदेशों से भी की जाती है लेकिन यहां पर तीन ऐसी भी सड़कें हैं जहां से अगर आप गुजर रहे हैं तो आपको काफी सतर्क रहने की जरूरत होगी. दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के मुताबिक राजधानी में जिन 20 हादसे वाली जगहों का चिह्नित (ब्लैक स्पॉट) किया गया है, उनमें से 14 जगह बाहरी रिंग रोड, रिंग रोड और जीटी करनाल रोड पर मौजूद हैं. ट्रैफिक पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक राजधानी की सड़कों पर होने वाली मौत में से 20% मौतें इन्हीं जगहों पर हुई हैं.
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस की ओर से जारी वार्षिक रिपोर्ट के मुताबिक इन तीन सड़कों पर पिछले साल 294 मौतें हुईं. रिपोर्ट के मुताबिक साल 2019 में पूरी राजधानी की सड़कों पर होने वाली मौत का आंकड़ा पिछले 30 सालों की तुलना में सबसे कम रहा. पिछले साल दिल्ली में केवल 1463 मौतें सड़क हादसों की वजह से हुईं लेकिन अब इन तीन सड़कों पर हुए हादसों के आंकड़ों ने ट्रैफिक पुलिस की चिंता बढ़ा दी है
बता दें कि 2018 से 2019 के बीच सड़क हादसों को रोकने के लिए अपनाई जाने वाली तकनीके के कारण हादसों में काफी रोक लगी है. ट्रैफिक पुलिस उन जगहों को ब्लैक स्पॉट मानती है जहां पर 500 मीटर में कई हादसे होते हैं. ट्रैफिक पुलिस आमतौर पर उन इलाकों को ब्लैक स्पॉट मानती है जहां पर एक साल के तीन से अधिक मौत हो जाती है या फिर 10 से ज्यादा सड़क हादसे होते हैं.
दिल्ली पुलिस में विशेष आयुक्त (यातायात) ताज हसन ने कहा ट्रैफिक पुलिस लगातार सड़क इंजीनियरिंग को बेहतर बनाने और अन्य लोगों के बीच स्पीड कैलमिंग उपायों को लागू करने के लिए नागरिक एजेंसियों के साथ समन्वय कर रही है. हसन ने कहा, यही कारण है कि हमने पिछले 30 वर्षों में सबसे कम सड़क हादसे और उससे होने वाली मौतें करने में कामयाबी हासिल की है.