दिल्ली. देश में ज्यादातर नौकरीपेशा लोगों के लिए एम्प्लॉइज प्रॉविडेंट फंड (EPF) भविष्य के लिए बचत (Saving), मुनाफा (Return) और टैक्स बचत (Tax Saving) का शानदार विकल्प रहा है. इसी के मद्देनजर बड़ी संख्या में कर्मचारी ईपीएफ की तय 12 फीसदी योगदान राशि को नियमों के अनुसार अपनी इच्छा से बढ़ाकर जमा कराते रहे हैं. अपनी इच्छा से ईपीएफ में बढ़ाई इस रकम को ही वॉलेंयटरी प्रॉविडेंट फंड (VPF) कहा जाता है. अभी तक ईपीएफ में योगदान राशि (Contribution) की कोई सीमा नहीं है. इसमें जमा रकम पर मिलने वाला…
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