इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (IRCTC) द्वारा संचालित दो तेजस एक्सप्रेस ट्रेनें (Tejas Express Train) एक बार फिर पटरी पर दौड़ेंगी. नई दिल्ली-लखनऊ और मुंबई-अहमदाबाद रूट पर चलने वाली तेजस एक्सप्रेस को कोरोना के मद्देनजर बंद कर दिया गया था. अब रेलवे लगभग 10 महीने बाद 14 फरवरी से इन ट्रेनों को फिर से बहाल कर देगा. आईआरसीटीसी (IRCTC) ने एक बयान में कहा कि बढ़ती यात्री मांग को पूरा करने के लिए पहली कॉर्पोरेट ट्रेन, तेजस एक्सप्रेस के संचालन को फिर से शुरू करने के लिए सभी तैयार है.
दोनों ट्रेनें 14 फरवरी से परिचालन शुरू करने वाली हैं. आईआरसीटीसी ने कहा कि एक नए शेड्यूल के साथ रेल मंत्रालय से मंजूरी मिलने के बाद ट्रेनों का संचालन फिर से शुरू किया जा रहा है. बयान में कहा गया कि यह सुनिश्चित करने के लिए सभी दौर की तैयारी की है कि चल रही महामारी के बीच ट्रेनों ने एक बार सेवाओं और सुरक्षा और स्वास्थ्य प्रोटोकॉल के स्तर के संदर्भ में लोगों की अपेक्षा से मेल खाना शुरू कर दिया.
किराया और टिकट बुकिंग का समय
यह भी कहा गया है कि सभी सीटों के लिए बुकिंग प्रति सप्ताह चार दिनों के लिए खोली जाएगी, यानी शुक्रवार, शनिवार, रविवार और सोमवार. लखनऊ से नई दिल्ली का किराया 870 रुपए है और कानपुर से नई दिल्ली का किराया 780 रुपए है.
डायनेमिक किराया मूल्य निर्धारण पद्धति के तहत, अधिकतम किराया की अधिकतम 30 फीसदी तक 10 फीसदी वृद्धिशील सीमा होगी. किराया में और वृद्धि नहीं होगी. इस ट्रेन के लिए 30 दिनों की अग्रिम आरक्षण अवधि (एआरपी) होगी.
प्रत्येक तेजस एक्सप्रेस में 700 से अधिक यात्रियों की क्षमता होगी और यात्रियों को कोरोना सुरक्षा किट प्रदान की जाएगी, जिसमें हैंड सैनिटाइजर की एक बोतल, एक मास्क और एक जोड़ी दस्ताने होंगे.
तेजस एक्सप्रेस की खास बातें
तेजस एक्सप्रेस अपनी खास यात्री सुविधाओं के लिए जानी जाती है. इस ट्रेन में बेहतरीन खाना, नाश्ता और पेय मुफ्त है. IRCTC तेजस में सफर करने वाले यात्रियों को 25 लाख रुपए तक का इंश्योरेंस मिलता है.
वहीं, विलंब होने पर यात्रियों को मुआवजा दिया जाता है. एक घंटे से अधिक की देरी पर 100 रुपए और दो घंटे से अधिक विलंब होने पर 250 रुपए का मुआवजा मिलता है.