27 जनवरी की सुबह भारतीय सेना को एक सुमवाली गांव के एक निवासी का कॉल आया। जिसमें उसने बताया कि एक 19 साल की लड़की अपने रिश्तेदार के यहां कुराली गांव में कड़ाके की ठंड के बीच बेहोशी की हालत में लेटी हुई है। इस पर सेना के जवानों ने तुरंत एक्शन लिया और उस लड़की को वहां पहुंचकर तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान की। उसे बोनियार अस्पताल शिफ्ट किया गया। जवानों ने सेना के वाहन से उसे तत्काल बोनियार के प्राथमिक स्वास्थ्य अस्पताल पहुंचाया।
सेना के जवानों की त्वरित कार्रवाई से उस लड़की की जान बच गई। इस पर ग्रामीणों ने भारतीय सेना की पारो टुकड़ी की सराहना की और जनता के प्रति उनके सहयोगात्मक रवैये और मानवीयता के साथ किए गए इस नेक कार्य के लिए उनकी काफी प्रशंसा की।