भारत की तीन कंपनियों की बाजार पूंजी 32 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा है, जबकि वित्तवर्ष 2020-21 में केंद्र सरकार के खर्च का बजटीय अनुमान 30.42 लाख करोड़ रुपए है.
देश की तीन कंपनियों की दौलत केंद्र सरकार के बजट से ज्यादा है. भारत की तीन कंपनियों की बाजार पूंजी 32 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा है, जबकि वित्तवर्ष 2020-21 में केंद्र सरकार के खर्च का बजटीय अनुमान 30.42 लाख करोड़ रुपए है. मार्केट कैपिटलाइजेशन यानी बाजार पूंजी के मामले में रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL), टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) और एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) क्रमश: पहले, दूसरे और तीसरे पायदान पर हैं.
भारत सरकार के बजट से ज्यादा- रिलायंस इंडस्ट्रीज की बाजार पूंजी 12.28 लाख करोड़ रुपए है, जबकि टीसीएस की बाजार पूंजी 12.13 लाख करोड़ रुपए जबकि एचडीएफसी बैंक की बाजार पूंजी 8.07 लाख करोड़ रुपये है. अगर तीनों की बाजार पूंजी को मिला दें तो यह रकम 32 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा होती है जोकि भारत सरकार के बजट से ज्यादा है.
टाटा ग्रुप का मार्केट कैप 17 लाख करोड़ रुपए
अगर, कंपनी समूह की दौलत बात करें तो भारत का अग्रणी कंपनी समूह टाटा बाजार पूंजी में देश में पहले नंबर पर आ गया है जबकि दूसरे नंबर पर एचडीएफसी समूह और तीसरे नंबर पर रिलायंस है. टाटा कंपनी समूह की बाजार पूंजी करीब 17 लाख करोड़ रुपये है जबकि एचडीएफसी समूह की करीब 15 लाख करोड़ रुपये.
एक साल में 42 फीसदी का उछाल
केडिया एडवायजरी के डायरेक्टर अजय केडिया ने बताया कि टाटा समूह का प्रदर्शन पिछले साल से ही आकर्षक रहा है. समूह की बाजार पूंजी में बीते एक साल में करीब 42 फीसदी का इजाफा हुआ है.
उन्होंने कहा कि टाटा कंपनी समूह की 28 सूचीबद्ध कंपनियों में से 18 कंपनियों का प्रदर्शन बीते महीने में काफी आकर्षक रहा है और 2021 में टाटा के शेयर के भाव में आगे तेजी की संभावना बनी हुई है.