प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ‘वन अर्थ वन हेल्थ- एडवांटेज हेल्थकेयर इंडिया 2023 समिट’ कार्यक्रम को संबोधित किया. कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि भारत का पहला टारेगट सभी का शारीरिक, मानसिक और सामाजिक तौर पर कल्याण करना है. पीएम ने कहा कि दुनिया भर के सैकड़ों देश ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ की पहल में भारत के साथ आगे बढ़ रहे हैं. भारत ने G-20 अध्यक्षता की शुरूआत इसी थीम से की है. यह भारत के ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ का प्रतीक है.
कोरोना वायरस महामारी का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जिस वक्त दुनिया कोरोना जैसी गंभीर बीमारी से लड़ रही थी, उसी वक्त भारत के हेल्थकेयर टेलेंट ने दुनिया का भरोसा जीत लिया. देश के अंदर और बाहर, दोनों जगह हमारे डॉक्टर्स की क्षमताओं को सम्मान दिया जाता है. दुनिया के कई ऐसे हेल्थकेयर सिस्टम हैं, जिनको भारतीय डॉक्टर्स की प्रतिभा से फायदा पहुंचा है.
भारत के पास टैलेंट, टैक्नोलॉजी और परंपराएं- पीएम मोदी
कार्यक्रम में पीएम मोदी ने आगे कहा कि भारत के पास टैलेंट, टैक्नोलॉजी और परंपराएं हैं. कोरोना के वक्त भारत ने वैक्सीन विकसित कर दुनियाभर के 100 से ज्यादा देशों को 300 मिलियन से ज्यादा डोज उपलब्ध कराई. उस दौरान भारत दुनिया में सबसे बड़े और सबसे तेज़ कोवि़ड टीकाकरण अभियान का घर बन गया. पूरी दुनिया ने भारत की क्षमता का लोहा माना.
पीएम मोदी ने कहा कि सिर्फ अपने नागरिकों के लिए नहीं बल्कि पूरी दुनिया को स्वास्थ्य लाभ पहुंचाना भारत का टारगेट है. असमानता को कम करना और वंचितों की सेवा करना हमारी आस्था का विषय है. अपने नागरिकों के लिए अच्छा स्वास्थ्य चाहने वाले हर देश का भारत भरोसेमंद मित्र है.
योग और ध्यान आधुनिक विश्व को प्राचीन भारत की देन- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने योग का जिक्र करते हुए कहा कि दुनिया में योग करना और ध्यान लगाना, अब वैश्विक आंदोलन का हिस्सा है. योग और ध्यान आधुनिक विश्व को प्राचीन भारत की देन है.