देशभर में पैसेंजर व्हीकल (Passenger Vehicle) यानि कारों की बिक्री में काफी बढ़ोत्तरी हो सकती है. इस साल पैसेंजर व्हीकल की बिक्री लगभग 40 लाख के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है. ये ऑटो मार्केट के लिए अच्छी खबर है.
7.5 लाख ऑर्डर पेंडिंग में
मारुति सुजुकी इंडिया (Maruti Suzuki India) के एक सीनियर एग्जीक्यूटीव ऑफिसर (मार्केटिंग एंड सेल्स) शशांक श्रीवास्तव का कहना है कि बाजार की मांग में तेजी और सेमीकंडक्टर की कमी के बावजूद देश के वाहन निर्माता प्रोडक्शन बढ़ाने के तरीके तलाश रहे हैं. 1 साल पहले की तुलना में चिप की कमी में सुधार हुआ है. उन्होंने यह भी कहा कि पूरी इंडस्ट्री के पास लगभग 7.5 लाख PV का ऑर्डर पेंडिंग है. अकेले MSI के पास ही करीब 4.18 लाख पैसेंजर व्हीकल का ऑर्डर है.
बढ़ गए आर्डर
इस साल पैसेंजर व्हीकल्स के आर्डर में बढ़ोतरी का सबसे बड़ा कारण इकनॉमिक ग्रोथ में रिकवरी देखी गई है. श्रीवास्तव ने कहा कि व्हीकल की बिक्री और इकनॉमिक ग्रोथ के बीच गहरा को-रिलेशन है. इस साल इकनॉमिक ग्रोथ (Economic Growth) 7 फीसदी से अधिक होने का अनुमान है. पिछले 2 साल कोरोना महामारी के कारण यह ग्रोथ काफी खराब रही थी.
40 लाख यूनिट तक जायेगा आंकड़ा
शशांक श्रीवास्तव का कहना है कि मुझे लगता है, इस कारोबारी साल के दौरान यह आंकड़ा 40 लाख यूनिट से कुछ ही कम रह जाएगा. जनवरी से सितंबर 2022 के दौरान पूरे देश में करीब 28 या 29 लाख पर्सनल व्हीकल के ऑर्डर मिलने के आसार हैं. बाकी बचे तीन महीनों के दौरान यानी यानी अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर में अगर 10 लाख और PV के ऑर्डर मिल जाते हैं, तो इस साल देश में पर्सनल व्हीकल कुल ऑर्डर 38 से 39 लाख के आसपास पहुंच जाएगा.
2018 में बना था रिकॉर्ड
श्रीवास्तव ने कहा कि इस साल कारों का अनुमानित ऑर्डर अपने आप में एक रिकॉर्ड होगा. घरेलू यात्री वाहन (Domestic Passenger Vehicle) में सर्वश्रेष्ठ बड़ा रिकॉर्ड 2018 में बना है. उस साल 33,94,712 यूनिट्स का आर्डर मिला था. 2017 में 32,29,672 यूनिट और 2021 में 30,82,421 यूनिट का ऑर्डर मिला था. उन्होंने कहा कि कंपनी की Ertiga, Brezza, Baleno और XL6 जैसी गाड़ियों के लिए 6 महीने तक का वेटिंग पीरियड चल रहा है.