दिल्ली में आज बीजेपी के राष्ट्रीय अधिवेशन का दूसरा दिन है. अधिवेशन के पहले दिन विकसित भारत-मोदी की गारंटी का राजनीतिक प्रस्ताव पेश किया गया. पहले दिन राजनीतिक प्रस्ताव के तहत 21 मुद्दों का जिक्र हुआ और आज दूसरे दिन कांग्रेस और इंडिया ब्लॉक के खिलाफ प्रस्ताव लाया जाएगा. बताया गया है कि पीएम मोदी अधिवेशन में शामिल होने के लिए सुबह 10 बजे भारत मंडपम पहुंचेंगे और गृहमंत्री अमित शाह सुबह करीब 10 बजकर 15 मिनट पर दूसरा प्रस्ताव लाएंगे.
बीजेपी के दूसरे प्रस्ताव का नाम ‘INDIA गठबंधन और कांग्रेस :हताशा की राजनीति’ रखा गया है. राष्ट्रीय अधिवेशन का वक्तव्य दोपहर सवा 12 बजे जारी होगा. करीब 12 बजकर 35 मिनट पर पीएम मोदी का भाषण शुरू होगा. 3:30 बजे भारत मंडपम में ही बीजेपी शासित मुख्यमंत्रियों की बैठक भी होगी. बीजेपी शासित मुख्यमंत्रियों की इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा मौजूद रहेंगे.
ये पॉइंट्स पर हो सकती है बातचीत
इस प्रस्ताव के जरिए कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस समेत विपक्षी दलों पर हमला बोला जाएगा.
इस प्रस्ताव के जरिए बताया जाएगा कि भारतीय राजनीति में विपक्ष नकारात्मकता, संकीर्णता एवं भ्रष्टाचार से घिरकर अपना उचित योगदान नहीं दे पा रहा.
ये भी बताया जाएगा कि इंडिया गठबंधन आपसी स्वार्थ, मतभेद और दिशाहीन नेतृत्व के कारण निरंतर बिखर रहा है.
प्रस्ताव में कांग्रेस को अहंकार से ग्रसित बताया जाएगा.
बीजेपी अपने प्रस्ताव के जरिए कांग्रेस के प्रमुख नेताओं पर हमला बोलेगी.
कांग्रेस के नेताओं द्वारा विदेशों में भारत लोकतांत्रिक प्रकिया पर प्रश्न चिह्न खड़े करने का आरोप होगा. भारत द्रोही गतिविधियों को प्रायोजित करने वाले जॉर्ज सोरोस जैसे लोगों से कांग्रेस की गलबहियां करने का आरोप बीजेपी लगाएगी.
आम आदमी पार्टी को खोखली नैतिकता वाली पार्टी बता उसके राष्ट्रीय नेतृत्व को आबकारी घोटाले में बंद बताया जायेगा.
डीएमके के नेताओं द्वारा दिए जाने वाले बयान भारत की मूल भावना को ठेस पहुंचाने वाला बताया जाएगा.
बीजेपी के प्रस्ताव में तृणमूल कांग्रेस पर हमला होगा. टीएमसी पर बंगाल में शासन संरक्षित हिंसा कर महिला एवं अन्य नागरिकों के अधिकार हनन का आरोप होगा.
बीजेपी के प्रस्ताव में कांग्रेस और विपक्षी दलों को मोदी फोबिया’ से ग्रसित बताया जाएगा. पीएम मोदी पर जातिगत टिप्पणी कर ओबीसी समाज का उपहास बनाने जैसे विषय भी बीजेपी के प्रस्ताव का हिस्सा हो सकता है.
प्रस्ताव में यूपीए शासन काल के भ्रष्टाचार के साथ साथ हाल में झारखंड में 350 करोड़ की जब्ती और छत्तीसगढ़ में महादेव एप जैसे मुद्दों के जरिए कांग्रेस पर हमला होगा.
संसद नहीं चलने देने और संवैधानिक पीठ पर बैठे व्यक्तियों का उपहास उड़ाने का आरोप भी बीजेपी प्रस्ताव का हिस्सा होगा.
बीजेपी के प्रस्ताव में कांग्रेस को अस्थिरता की जननी बताया जाएगा.
प्रस्ताव में इंडिया गठबंधन को कलह, कटुता, कुटिलता और कुनीति का पर्याय बताया जाएगा.
प्रस्ताव में कांग्रेस समेत इंडिया गठबंधन के तमाम दलों पर परिवारवाद का आरोप होगा.
प्रस्ताव में ‘टुकड़े-टुकड़े गैंग’ को कांग्रेस की सलाहकार मंडली में शामिल होने का आरोप होगा.
बीजेपी के प्रस्ताव में इंडीया-गठबंधन को विचित्र मेल का गठबंधन बताया जाएगा.
बताया जाएगा कि इंडिया गठबंधन में सैद्धांतिक वैचारिक आधार मेल नहीं है. जो राज्यों में एक दूसरे के विरुद्ध चुनाव लड़ते हैं और कई प्रदेशों में एक दूसरे के राजनैतिक विरोधी हैं.
बीजेपी के प्रस्ताव में कांग्रेस पर गरीब विरोधी होने का आरोप होगा.
बताया जाएगा कि कैसे एक गरीब चायवाले के परिवार में जन्में व्यक्ति का प्रधानमंत्री बनना कांग्रेस कभी बर्दाश्त नहीं कर पाई.
प्रस्ताव में भ्रष्टाचार पर मोदी सरकार के हमले पर धन्यवाद प्रस्ताव होगा, जिसमें बताया जाएगा कि जिन्होंने देश को लूटा है, उन्हें देश को उसका लूटा हुआ धन लौटाना ही पड़ेगा. भ्रष्टाचार के मामले में किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा, भले ही वह कितना भी बड़ा व्यक्ति क्यों न हो.
बीजेपी अपने प्रस्ताव में कांग्रेस पर विभाजनकारी राजनीति का आरोप मढ़ेगी और डीके सुरेश के उत्तर और दक्षिण भारत को बांटने का आरोप लगाया जाएगा. नारा दिया जाएगा “कांग्रेस का हाथ विभाजनकारियों के साथ”.
बीजेपी के प्रस्ताव में विपक्षी दलों पर भारतीय संस्कृक्ति पर आघात करने का आरोप होगा.
बीजेपी अपने प्रस्ताव के जरिए अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि पर रामलला की ‘प्राण प्रतिष्ठा समारोह का बहिष्कार को तुष्टीकरण की राजनीति की पराकाष्ठा करार देगी.
कांग्रेस, सपा, राजद, तृणमूल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, डीएमके समेत इंडी गठबंधन के तमाम घटक दल श्रीराम मंदिर के बारे में अपमानजनक टिप्पणी का आरोप बीजेपी लगाएगी.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और उनके पुत्र और कर्नाटक में मंत्री प्रियांक खरगे सनातन संस्कृति को कलंकित करने का आरोप बीजेपी लगाएगी.
बीजेपी अपने प्रस्ताव में हर प्रगतिशील कदम का कांग्रेस द्वारा विरोध का आरोप लगाएगी.
प्रस्ताव में आरोप होगा कि घारा 370, तीन तलाक, नागरिकता संशोधन अधिनियम, मेड इन इंडिया कोविड वैक्सीन, आतंकवाद विरोधी कड़े कानून, जम्मू-कश्मीर में वंचित, दलित,आदिवासी एवं पिछड़ों को अधिकार देने का विषय कांग्रेस ने हर कदम का विरोध किया.
बीजेपी के प्रस्ताव में कांग्रेस पर देश के संवैधानिक संस्थानों एवं वैज्ञानिकों का अपमान का आरोप होगा.
बीजेपी के प्रस्ताव में कांग्रेस की अपरिपक्च एवं गैर जिम्मेदार राजनीति का जिक्र होगा.
इसमें बताया जाएगा कि कैसे देश के संविधान, न्यायालय, संसद, चुनाव आयोग, ईवीएम और अन्य सम्मानित लोकतांत्रिक संस्थाओं पर हमले कर कांग्रेस लगातार अपनी आत्मचिंतन से बचती रही है.
बीजेपी के प्रस्ताव में इंडिया गठबंधन पर हिंसा एवं अराजकता की राजनीति का आरोप मढ़ा जाएगा और उससे लड़ते रहने का संकल्प लिया जाएगा. इसमें पश्चिम बंगाल के संदेशखली में घटित दिल दहलाने वाली भयावह घटना के जरिए तृणमूल कांग्रेस को घेरा जाएगा.
बीजेपी के प्रस्ताव में कांग्रेस का पतन सुनिश्चित करने का संकल्प होगा. इसमें श्रीरामलला प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान से दूरी, सिद्धांत से दूरी, वोट बैंक अपीजमेंट पॉलिटिक्स, वंशवाद जैसे कारणों के आधार पर जनता की आकांक्षा और कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के राजनेताओं की सोच में दूरी को दिखाया जाएगा.
केंद्र और राज्य सरकार की सरकारी योजनाओं पर भी होगी चर्चा
बैठक में लोकसभा चुनाव की तैयारियों और केंद्र व राज्य सरकार को लेकर चल रही सरकारी योजनाओं पर चर्चा भी होगी. आपको बता दें कि बीजेपी के राष्ट्रीय अधिवेशन में चुनावी प्रचार की रूपरेखा तय करने और सामूहिक रूप से संदेश देने के लिए देशभर से करीब 11 हजार 500 बीजेपी नेता और प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं. लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने एनडीए गठबंधन के लिए 400 प्लस सीटें जीतने का टारगेट रखा है.- अधिवेशन के पहले दिन पीएम मोदी भी पहुंचे थे. इस दौरान पीएम मोदी का भव्य स्वागत किया गया. साथ ही साथ ‘मोदी है तो मुमकिन है’ और जय श्रीराम के नारे भी लगे. राष्ट्रीय अधिवेशन के पहले दिन बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पिछले दस साल में मोदी सरकार की उपलब्धियों को गिनाया और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ‘विकसित भारत-मोदी की गारंटी’ का राजनीतिक प्रस्ताव पेश किया. राजनीतिक प्रस्ताव में कहा गया कि बीते 10 बरसों में देश की जनता ने पीएम मोदी की गारंटी को घर-घर पहुंचते देखा है.
भारत की इकॉनमी दुनिया में सबसे स्थिर अर्थव्यवस्था- सीतारमण
राष्ट्रीय अधिवेशन में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राजनाथ सिंह द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव का समर्थन किया. अधिवेशन के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि आज भारत की इकॉनमी को दुनिया में सबसे स्थिर अर्थव्यवस्था माना जाता है. जब पूरी दुनिया में मंदी का डर है तब भारत दुनिया की मौजूदा प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेज गति से बढ़ रहा है. निवेश का झुकाव भारत की ओर है. उन्होंने इसे पिछले दशक में अहम उपलब्धि बताया. दुनिया ऐसी अर्थव्यवस्थाओं की तलाश कर रही है जो लगातार तेजी से बढ़ रही हों. पीएम मोदी की अगुवाली वाली सरकार में भारत से बेहतर कौन हो सकता है? पीएम मोदी के अनुरोध के बाद वित्त मंत्री ने तमिल और तेलुगु में भी संबोधन किया.