UP Assembly Election 2022: यूपी में चुनावी बिगुल बज चुका है. सभी दल अपनी अपनी गोटी बिछाने में लगे हुए हैं. इस बीच बहुजन समाज पार्टी ने यूपी में पहले प्रत्याशी की घोषणा करते हुए रमेश यादव को बिठूर से उम्मीदवार बना दिया है.
बीएसपी ने सबसे पहले प्रत्याशी की घोषणा कानपुर की बिठूर विधानसभा से की है. पार्टी ने इसके लिए बाकायदा एक कार्यक्रम आयोजित कर कार्यकर्ताओं में जोश भरने का काम किया. सेक्टर प्रभारी नौशाद अली और भीमराव अंबेडकर की उपस्थित में रमेश यादव को विधानसभा का प्रत्याशी घोषित किया गया. वहीं सोशल इंजीनियरिंग के हिट फॉर्मूले से सत्ता के शीर्ष पर पहुंच चुकी बसपा जातीय संतुलन साधने में लगी है. सूत्र बताते हैं कि बसपा में 5 और सीटों को जल्द घोषित कर दिया जायेगा. पार्टी में पहले चरण में ब्राह्मण, मुस्लिम, यादव और SC/ST चेहरे सामने आये हैं.
मीडिया में चली खबरों की मानें तो जल्द ही कानपुर देहात की विधानसभा भोगनीपुर से मुस्लिम प्रत्याशी के रूप में जुनैद पहलवान को उतारा जाएगा. बिल्हौर में मनोज दिवाकर को पार्टी अपना प्रत्याशी बना सकती है. इसी तरह घाटमपुर सुरक्षित सीट है, यहां से एक वर्तमान ब्लॉक प्रमुख को पार्टी अपना प्रत्याशी घोषित कर सकती है. बसपा में टिकट मिलने की जो भी आवश्यक कार्रवाई है वह प्रत्याशियों द्वारा लगभग पूरी कर ली गयी है. कानपुर देहात की सिकन्दरा सीट से ब्राह्मण प्रत्याशी लाल जी शुक्ला को मैदान में उतारा जा सकता है. इटावा के भर्थना से कमलेश अंबेडकर को प्रत्याशी बनाया जाएगा.
रमेश यादव बसपा के 2008 से कार्यकर्ता रहे हैं
चुनावों में बहुजन समाज पार्टी का अपना ही रिकॉर्ड रहा है. पार्टी अपने उम्मीदवार सबसे पहले मैदान में उतारती है. हालांकि इनमें से कुछ को चुनाव के ठीक पहले बदल भी दिया जाता है. बिठूर विधानसभा से बसपा के पुराने विश्वासपात्र रमेश यादव चुनाव लड़ेंगे. रमेश यादव बसपा के 2008 से कार्यकर्ता रहे हैं. इनको मंडल स्तर की कई तरह की पार्टी में जिम्मेदारी भी सौंपी जा चुकी है. रमेश की पत्नी सहित परिवार के सदस्य ग्राम प्रधानी से लेकर जिला पंचायत तक में चुने जा चुके हैं.
कानपुर नगर में 10 ब्लॉकों में 7 भाजपा के खाते में है. 3 ब्लॉक प्रमु सपा के है. इन्हीं 10 ब्लॉक प्रमुखों में से एक ने बसपा से चुनाव लड़ने का मन बना लिया है. इसकी घोषणा पार्टी के द्वारा बहुत जल्द की जाएगी. कानपुर देहात के सिकंदरा विधानसभा सीट में ब्राह्मण प्रत्याशी लालजी शुक्ल को उतारकर बसपा ने साफ संकेत दिया है कि ब्राह्मणों का बसपा में पूरा सम्मान है. लालजी का पारिवारिक बैकग्राउंड भी राजनीतिक है. लाल जी शुक्ला औरैया के रहने वाले हैं और इनके भाई विधायक और मंत्री रह चुके हैं. इटावा की भर्थना सीट पर पार्टी के मंडल स्तर की जिम्मेदारी संभालने वाले भीमराव अंबेडकर की पत्नी कमलेश अंबेडकर को प्रत्याशी बनाया जा सकता है.
इसी तरह पार्टी ने बिल्हौर विधानसभा में मनोज दिवाकर को अपना प्रत्याशी घोषित करने का निर्णय लिया है. अब मनोज दिवाकर यहां से विधानसभा की तैयारी में जुट गए हैं. कानपुर देहात की महत्वपूर्ण विधानसभा भोगनीपुर में बसपा मुस्लिम प्रत्याशी जुनेद पहलवान को अपना उम्मीदवार बनाने की तैयारी में है. जुनैद पहलवान पर कई अपराधिक मुकदमे भी हैं.