कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पहलगाम के आतंकी हमले में मारे गए नौसेना लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के परिवार से कल मुलाकात करेंगे. खास तौर पर विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी को सोशल मीडिया में ट्रोल किये जाने के चलते राहुल गांधी ने ये फैसला लिया है. बता दें कि आतंकी हमले में मारे गिए लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी एक बयान की वजह से सोशल मीडिया पर ट्रोल हो रही हैं. जिस पर कांग्रेस ने कड़ी आपत्ति जताई है.
बता दें कि हिमांशी ने 22 अप्रैल को दक्षिण कश्मीर में पहलगाम के पास बैसरन में हुए आतंकवादी हमले के बाद लोगों से मुसलमानों और कश्मीरियों को निशाना न बनाने की अपील की थी. इस हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें से अधिकतर पर्यटक थे. हिमांशी ने कहा था कि हम नहीं चाहते कि लोग मुसलमानों और कश्मीरियों के पीछे पड़ें. हिमांशी को उनके बयान के बाद ट्रोल किया गया.
ट्रोलर्स पर लगाम कसने की मांग
वहीं कांग्रेस ने ट्रोल करने वाले लोगों पर निशाना साधते हुए उनपर लगाम कसने की मांग की है. कांग्रेस ने केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव से सोशल मीडिया पर हिमांशी नरवाल के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी किए जाने पर कार्रवाई की मांग की. कांग्रेस ने कहा कि इस आतंकी हमले में शहीद हुए लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी नरवाल के खिलाफ जहर उगलने लोग नीच, नराधम और निर्लज्ज हैं. ये नफरती लोग नीचता की सारे हदें पर पार कर चुके हैं.
हिमांशी के समर्थन में उतरा NCW
राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने भी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी का समर्थन किया है. आयोग ने कहा कि किसी महिला को उसकी वैचारिक अभिव्यक्ति या निजी जीवन के आधार पर ट्रोल किया जाना सही नहीं है. एक्स पर जारी एक बयान में एनसीडब्ल्यू ने हिमांशी को ट्रोल किए जाने की निंदा की.
मर्यादा के दायरे में रहना चाहिए
सोशल मीडिया पर हिमांशी की आलोचना का हवाला देते हुए एनसीडब्ल्यू ने लिखा कि लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की मौत के बाद, जिस तरह से उनकी पत्नी की उनके एक बयान के संबंध में सोशल मीडिया पर आलोचना की जा रही है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है. आयोग ने माना कि भले ही उनकी टिप्पणियां कई लोगों को नहीं रास आई हों, लेकिन असहमति व्यक्त करना संवैधानिक सीमाओं और नागरिक विमर्श की मर्यादा के दायरे में रहना चाहिए.