मध्य प्रदेश के जबलपुर में मंगलवार को सरसंघचालक मोहन भागवत नरसिंह मंदिर पहुंचे. यहां आरएसएस प्रमुख ने जगद्गुरु श्याम देवाचार्य महाराज की प्रतिमा का अनावरण किया. इस दौरान मोहन भागवत ने कहा कि भारत बहुत जल्द विश्व गुरु बनने जा रहा है और हमें बनना ही है लेकिन संतों के बताए मार्ग पर चलकर बनना है. उन्होंने कहा कि सनातन धर्म ही हिंदू राष्ट्र, हिंदू संस्कृति है. सबसे ज्यादा सेवा हिंदू संत करते हैं, उन्होंने कहा मिशनरी से भी ज्यादा सेवा हिंदू संत करते हैं और यही कारण है कि भारत आने वाले दिनों की भारत महाशक्ति है.
भागवत ने कहा कि शक्ति के बिना कोई काम नहीं हो सकता है, शिव को भी शक्ति चाहिए. भागवत ने कहा कि भारत की शक्ति दूसरों को दर्द देने के लिए नहीं बल्कि शांति प्रदान करने के लिए है. उन्होंने कहा कि हम न किसी पर जीतेंगे और न किसी का धर्मान्तरण करेंगे. हमारी ताकत दूसरों को परेशान करने में नहीं, बल्कि कमजोरों की रक्षा करने में है. साथ ही, उन्होंने शिक्षा के महत्व पर जोर दिया और कहा कि भारतीय समाज में व्याप्त बुराइयों को दूर किया जाना चाहिए. भागवत ने कहा, हमें समाज में व्याप्त बुराइयों को खत्म करना है और समृद्धि लानी है.
मिशनरी से ज्यादा सेवा हमारे संत करते हैं
उन्होंने कहा आजकल मिशनरी का बोलबाला है, लेकिन हमारे संत उनसे ज्यादा सेवा करते हैं. मैं यह नहीं कह रहा हूं कि यह हमारे लिए गर्व की बात है, बल्कि मैं सच कह रहा हूं. आरएसएस प्रमुख ने कहा कि भारत विश्व गुरु बनने जा रहा है, लेकिन उसे सद्भाव के साथ वह मुकाम हासिल करना चाहिए. भागवत ने कहा कि हिंदू समाज को शिक्षित करने से पूरे विश्व का कल्याण होगा.