तेलंगाना में चुनावी माहौल को लेकर बयानबाज़ी का दौर अपने चरम चीमा पर पहुँचा है. खबरों के मुताबिक योगी और ओवैसी के बीच भीषण जंग छिड़ी हुई है. योगी ने ओवैसी का हश्र हैदराबाद के निजाम जैसा होने की बात कही थी. असदुद्दीन ओवैसी ने इसे मोदी की सोच करार दिया है. वही दूसरी तरफ अपनी बदजुबानी के लिए मशहूर अकबरुद्दीन ओवैसी ने चाय वाला कहकर पीएम मोदी का मजाक उड़ाया. अकबरुद्दीन ने यहां तक कह दिया कि इतनी बार चाय वाला बोलूंगा कि कान से खून निकलने लगेगा. अकबरुद्दीन ने यह भी कहा कि पहले चायवाले थे अब प्रधानमंत्री हो, प्रधानमंत्री जैसे बन जाओ.
आपको बता दे कि उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान से तिलमिलाए अकबरुद्दीन ने कहा, ”हमें मत छेड़ो, मत छेड़ो चायवाले..चाय, चाय, चाय, चाय बोल रहा है, हमको छेड़ मत, याद रख इतना बोलूंगा, इतना बोलूंगा कि कान में से पीप बहने लगेगा, खून निकलेंगे.” अकबरुद्दीन यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा, ”तुम मेरे आतिशनुमाई का मुकाबला नहीं कर सकते…बड़े- बड़ों को, मैं तो बोलूंगा कि गूंगों को भी जबान देने वाले का नाम मजलिस है, आज हमसे मुकाबला, हम क्या करें, अरे तुमने क्या किया ?”
अकबरुद्दीन ओवैसी ने कहा, ”बात करे कि चाय…चाय…चाय…चाय…हर वक्त वही…नोटबंदी के वक्त…ये चाय, वो चाय….गलत चाय, नरम चाय…चाय…चाय…चाय….चाय….चाय की केतली, चाय का चूल्हा, चाय का पानी, चाय…चाय…चाय…चाय …..ये वजीर-ए-आजम है या क्या है? अरे अब वजीर-ए-आजम हैं, वजीर-ए-आजम जैसे बन जाओ.”
वही दूसरी तरफ बड़े भाई असदुद्दीन ओवैसी ने मालकपेट में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि इनके सीएम हैदराबाद में टपक गए, यूपी सीएम कह रहे हैं कि तेलंगाना में बीजेपी की सरकार बनेगी तो ओवैसी को भगा देंगे, जिस तरह निजाम को भगाए थे. मैं इनको पूछ रहा हूं, यह भगाने की बात तुम कब से कर रहे हो.
ओवैसी यही नहीं रूके. उन्होंने कहा, ‘आप तारीख तो जानते नहीं, इतिहास में जीरो हो आप, अगर पढ़ना नहीं आता तो पढ़ने वाले से पूछो. अगर पढ़ते तो मालूम होता कि निजाम हैदराबाद छोड़ कर नहीं गए. उनको राज प्रमुख बनाया गया था. चीन से जब जंग हुई तो निजाम ने अपना सोना बेच दिया था.’