बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह की मीटिंग को लेकर देश में राजनीती गरमागयी है . दोनों नेताओ की इस मीटिंग को 2019 के शतरंज की अगली चाल के रूप में माना जा रहा है. तक़रीबन 1 घंटे चली इस मीटिंग में 2019 के लिए बिहार की 40 लोकसभा सीटों के बटवारे को लेकर बात होने के आसार है. बिहार में बीजेपी-जेडीयू सरकार बनने के बाद अमित शाह और नीतीश कुमार की पहली मुलाक़ात है.
बिहार की राजनीती पिछले एक साल से चरम सीमा पर है. सीट बंटवारे पर BJP-JDU में खींचतान किसी से छिपी नहीं है .दोनों पार्टी में बड़ा भाई कौन है इस पर होड़ लगी है. गुरुवार को हुई नितीश कुमार और अमित शाह की मीटिंग में कुछ हद्द तक साफ़ हो जायेगा की बड़ा भाई कौन है. मतलब साफ़ है जो बड़ा साबित होगा उसे उतनी ही ज्यादा लोकसभा सीट लड़ने का मौका दिया जायेगा.