दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लखनऊ में मारे गए एपल के एरिया मैनेजर विवेक तिवारी की मौत को धर्म से जोड़ते हुए कहा है की “विवेक तिवारी तो हिंदू था? फिर उसको इन्होंने क्यों मारा? भाजपा के नेता पूरे देश में हिंदू लड़कियों का रेप करते घूमते हैं?
अपनी आँखों से पर्दा हटाइए। भाजपा हिंदुओं की हितैषी नहीं है। सत्ता पाने के लिए अगर इन्हें सारे हिंदुओं का क़त्ल करना पड़े तो ये दो मिनट नहीं सोचेंगे”.
अरविन्द केजरीवाल के इस ट्वीट के बाद इस मामले में राजनीती गरमा गयी है. जिसके बाद मारे गए विवेक की पत्नी कल्पना ने कहा है कि अरविंद केजरीवाल ने मुझे फोन कर सहानुभूति जताई. उन्होंने आश्वासन दिया कि हम हर तरह से आपकी मदद के लिए तैयार हैं. साथ ही कल्पना ने कहा कि सहानुभूति देना तो ठीक है लेकिन इस मामले को जातिवाद से जोड़ना बहुत ही गलत है. ये जातिवाद का मामला नहीं है, आखिर केजरीवाल इतने जिम्मेदार होकर ये बात कैसे कह सकते हैं.
वही दिल्ली बीजेपी ने अरविंद केजरीवाल के इस ट्वीट पर पलटवार करते हुए कहा है कि “रंग बदलने का हुनर इनसे बेहतर और कोई नहीं जानता. धर्म और जाति के नाम पर राजनीति करने वाले अरविंद केजरीवाल का मुखौटा अब उतर गया है. आपकी समाज को बाँटने और नफ़रत फैलाने वाली इस राजनीति का जवाब जनता ज़रूर देगी.”