दिल्ली: तेलुगु देशम पार्टी प्रमुख एवं आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू अपने राज्य को विशेष दर्जा दिलाने और राज्य पुनर्गठन अधिनियम, 2014 के तहत केंद्र द्वारा किए गए वादों को पूरा करने की मांग को लेकर सोमवार को दिल्ली में एक दिन की भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं. नायडू ने विपक्षी दलों से भी इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सहयोग मांगा है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला आंध्र के मुख्यमंत्री को समर्थन देने के लिए धरनास्थल पहुंचे. राहुल ने वहां पहुंचकर कहा कि वह आंध्र के लोगों के साथ हैं. गौरतलब है कि तेदेपा राज्य के बंटवारे के बाद आंध्र प्रदेश से किए गए अन्याय का विरोध करते हुए पिछले साल भाजपा नीत राजग से बाहर हो गई थी.
खबरो के मुताबिक एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि नायडू सोमवार को सुबह आठ बजे से रात आठ बजे तक आंध्र भवन में भूख हड़ताल पर बैठेंगे. वह 12 फरवरी को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को एक ज्ञापन भी सौंपेंगे.
मुख्यमंत्री अपने मंत्रियों, पार्टी के विधायकों, एमएलसी और सांसदों के साथ धरना देंगे. राज्य कर्मचारी संघों, सामाजिक संगठनों और छात्र संगठनों के सदस्य भी इसमें शामिल होंगे. इसके अलावा वह आज दिल्ली में दीक्षा रैली भी करेंगे. नायडू की रैली में शामिल होने के लिए देश के कई हिस्सों से लोग दिल्ली पहुंच रहे हैं. नायडू का कहना है कि केंद्र सरकार ने राज्य को लेकर अन्य और भी कई वादे किए थे और उन्हें पूरा करने में भी असफल रही है.
बता दें कि मोदी सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाकर पिछले साल चंद्रबाबू नायडू की तेलुगु देशम पार्टी ने एनडीए सरकार से नाता तोड़ लिया था. उसके बाद से नायडू मोदी सरकार पर लगातार निशाना साध रहे हैं. तेलंगाना चुनावों के दौरान भी वह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ केसीआर और बीजेपी के खिलाफ चुनावी अभियान के दौरान मंच साझा करते भी नजर आए थे. इसके अलावा ममता बनर्जी द्वारा विपक्षी दलों की रैली में शामिल होने के लिए कोलकाता पहुंचे थे.