मोदी सरकार ‘एक देश-एक चुनाव’ को लेकर कमर कस चुकी है. इसको लेकर पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में कमेटी का गठन भी कर दिया गया है. साथ ही कल इसको लेकर अधिसूचना भी जारी कर दी गई. अब ‘एक देश-एक चुनाव’ को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पहली प्रतिक्रिया दी है. राहुल ने ‘एक राष्ट्र-एक चुनाव’ को देश और सभी राज्यों पर हमला बताया है.
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने एक्स (पहले ट्विटर) पर लिखा है, ”इंडिया यानि भारत, राज्यों का एक संघ है. ‘एक देश-एक चुनाव’ का विचार संघ और उसके सभी राज्यों पर हमला है.”
एक राष्ट्र-एक चुनाव पर कांग्रेस हमलावर
इससे पहले पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता पी चिदंबरम ने एक राष्ट्र, एक चुनाव को लेकर बीजेपी पर हमला बोला. चिदंबरम ने कहा कि बीजेपी की ओर से प्रायोजित हर दूसरे मुद्दे की तरह यह विचार भी पहले से निर्धारित और पूर्व नियोजित लगता है. उन्होंने कहा कि एक राष्ट्र-एक चुनाव एक राजनीतिक-कानूनी प्रश्न है. यह कानून से ज्यादा राजनीतिक है.
एक देश-एक चुनाव पर बनी कमेटी के सदस्यों को लेकर भी चिदंबरम ने सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि 8 सदस्यों वाली कमेटी में प्रमुख विपक्षी दल से सिर्फ एक सदस्य है.इसके अलावा कमेटी में मैं केवल एक स्वीकृत संवैधानिक मामलों के जानकार वकील को ही पहचानता हूं.
संसदीय लोकतंत्र को नष्ट करने की कोशिश- कांग्रेस
वहीं, कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि एक राष्ट्र-एक देश की संभावना पर सरकार की ओर से बनाई गई कमेटी संसदीय लोकतंत्र को नष्ट करने की कोशिश है. उन्होंने कहा कि कमेटी में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को सदस्य नहीं बनाना हमारी समझ से परे है. केसी वेणुगोपाल ने आरोप लगाया कि खरगे को इसलिए कमेटी में नहीं रखा गया, क्योंकि उनको रखना बीजेपी और आरएसएस के लिए सुविधाजनक नहीं होता.