दिल्ली: पाकिस्तान के बालाकोट पर 26 फरवरी को हुए एयर स्ट्राइक के बाद पहली बार भारतीय वायु सेना ने आधिकारिक रूप से ऑपरेशन की जानकारी दी. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ ने साफ किया कि पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन अभी जारी है. इसलिए इस ऑपरेशन की अंदरूनी जानकारी नहीं दी जा सकती. वायुसेना प्रमुख धनोआ ने कहा कि वह राजनीति पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकते, अभिनंदन की वापसी से खुश हैं.
राजनीतिक दलों द्वारा वायु सेना के ऑपरेशन पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि यदि हमने जंगल में अटैक किया होता तो पाकिस्तान बौखलाकर हम पर उलटकर जवाब क्यों देता. उन्होंने साफ किया हम सिर्फ टार्गेट हिट करते हैं, लाशें गिनना हमारा काम नहीं है. इस बारे में वायु सेना कोई जवाब नहीं दे सकती. हम सिर्फ इतना बता सकते हैं कितने टार्गेट हिट हुए हैं. मौत का आंकड़ा सरकार ही बताएगी. मरने वालों की संख्या लक्षित ठिकाने में मौजूद लोगों की संख्या पर निर्भर करती है, वायुसेना मरने वालों की गिनती नहीं करती.
मिग 21 बाइसन के इस्तेमाल पर वायुसेना प्रमुख ने कहा कि पाकिस्तान के एफ 16 लड़ाकू विमान का मुकाबला करने के लिए इस्तेमाल किया गया मिग 21 आधुनिक हथियार प्रणाली वाला उन्नत विमान था. जब शत्रु हमला करता है तो जवाब देने के लिए हर मौजूद विमान का इस्तेमाल किया जाता है. उन्होंने बताया कि मिग बायसन अत्याधुनिक विमान हैं. इन्हें वर्तमान की जरूरतों को देखकर अपग्रेड किया गया है. ये किसी भी अन्य विमान जितने ही काबिल हैं.
विंग कमांडर अभिनंदन के दोबारा ड्यूटी पर आने पर धनोआ ने कहा कि दोबारा फ्लाइट उड़ाने से पहले उन्हें पहले मेडिकल रूप से फिट होना होगा. फिलहाल वे विभिन्न मेडिकल टेस्ट से गुजर रहे हैं. फिट होने पर वे दोबारा ड्यूटी में शामिल होंगे. हम पायलट के स्वास्थ्य को लेकर कोई समझौता नहीं कर सकते, अगर अभिनंदन स्वस्थ होंगे तो लड़ाकू विमान उड़ाएंगे.
वायुसेना प्रमुख धनोआ ने कहा कि राफेल लड़ाकू विमान को सितंबर तक भारत के शस्त्र भंडार में आ जाना चाहिए. वायुसेना को बेंगलुरु में एअर शो के दौरान हवा में हुई दुर्घटना और कश्मीर में हेलीकॉप्टर दुर्घटना के कारणों का पता लगाया जा रहा है.