कर्नाटक में हुए तीन लोकसभा और दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन ने शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल पांच में से चार सीटें अपने नाम कर ली. दिवाली से ठीक पहले आए चुनाव नतीजों से जहां कांग्रेस गदगद है, तो वहीं बीजेपी को मायूसी हाथ लगी है. इन चुनावों को सत्तारूढ़ कांग्रेस-जद(एस) गठबंधन की लोकप्रियता की परीक्षा के तौर पर देखा जा रहा था. अनुमान के मुताबिक, उपचुनावों में 67 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था. आपको बता दें कि लोकसभा की तीन सीटों में से कांग्रेस और जेडीएस गठबंधन ने दो सीटें जीत लीं, वहीं विधानसभा की दो सीटों पर बीजेपी का सुपड़ा साफ कर दिया. इतना ही नहीं, बीजेपी की गढ़ माने जाने वाली बेल्लारी सीट में भी कांग्रेस ने सेंध लगा दी और वहां जीत दर्ज कर ली. इस चुनाव में कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी की पत्नी अनिता भी चुनाव जीत गई हैं.
साल 2014 में मोदी सरकार के गठन के बाद से पार्टी को लगातार उपचुनावों में शिकस्त झेलनी पड़ी है. 2014 के बाद से 30 लोकसभा सीटों पर उपचुनाव हुए हैं जिनमें से 16 सीटें बीजेपी के कब्जे में थीं लेकिन अब इनमें से महज 6 सीटें ही बीजेपी बरकरार रख सकी है. यानी पार्टी ने 10 सीटें गंवा दी हैं. यही वजह है कि लोकसभा में उसकी सीटों का आंकड़ा 282 से घटकर 272 रह गया है.
कर्नाटक में हुए तीन लोकसभा और दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव में आये नतीजे कर्नाटक की राजनीति के लिहाज से बेहद अहम माने जा रहे हैं. खासकर उपचुनाव के नतीजों के बाद 2019 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस-जेडीएस मजबूत मनोबल के साथ मैदान में उतरेगी, वहीं बीजेपी को एक बार फिर से अपने कार्यकर्ताओं में जोश भरना होगा. बता दें कि पांच में से चार सीटें इस्तीफे की वजह से और एक सीट विधायक के निधन की वजह से खाली हुई थी.